हरियाणा पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा में हुई कई गिरफ्तारी, 1 करोड़ में खरीदा गया था प्रश्नपत्र, 12 से 18 लाख में बेची गई आंसर सीट।

Parmod Kumar

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हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक होने के कारण रद्द हो गई है. वहीं. इस मामले की जांच करते हुए पेपर लीक करने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने के लिए कैथल DSP के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है. अभी तक करनाल और कैथल में 8 आरोपियों को अलग-अलग रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. जिसमें 4 आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है.

दरअसल, पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में हिसार का रहने वाले आरोपी नरेंद्र ने खुलासा करते हुए बताया कि उसे हरियाणा पुलिस कॉन्स्टेबल का पेपर 1 करोड़ रुपए में मिला था. उसने कहा कि पेपर 6 अगस्त को ही उसके पास पहुंच गया था. उसी शाम को उसने कैथल में रमेश चंद्र थुआ और अन्य लोगों को पेपर दे दिया था. वहीं, रमेश चंद्र थुआ ने पेपर की आंसर सीट 12 से 18 लाख रुपए में बांटी थी.

आरोपी नरेंद्र की सिरसा से हुई गिरफ्तारी

इस मामले में पुलिस ने बीते शनिवार को कार में पुलिस भर्ती परीक्षा की आंसर-सीट लेकर बैठे कैथल के गांव प्यौदा का रहने वाला नवीन, जींद जिला के गांव खापड़ का रहने वाला गौतम और नवीन को गिरफ्तार किया था. इन्होंने पुलिस को बताया था कि थुआ के रहने वाले कोचिंग सेंटर संचालक रमेश चंद्र थुआ केंद्र और राज्य सरकार की भर्ती परीक्षाओं में दूसरे की जगह परीक्षा दिलवाने जैसे घोटाले करता है. आंसर सीट की कापी भी रमेश ने हर अभ्यर्थी को 12 लाख रुपए में बेची है. इसके बाद पुलिस ने रमेश को गिरफ्तार कर लिया है.

SIT करेगी पेपर लीक कांड की जांच

SP लोकेंद्र सिंह ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए SIT का गठन किया गया है. इसमें सीआईए-1 और सीआईए-2 के अधिकारी भी शामिल हैं. आरोंपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार 2 दिन से अलग-2 जिलों में रेड मार रही है.  कैथल में बालाजी डिफेंस एकेडमी चलाने वाला रमेश गिरोह में मुख्य आरोपी है. इसलिए रमेश और उससे जुड़े संदीप और नरेंद्र को पुलिस ने 9 दिन के लिए रिमांड पर लिया है. इस दौरान पुलिस पता लगाएगी कि आरोपियों के संपर्क किन लोगों से हैं, जिसने पेपर लीक करके दिया है.

परीक्षा से 1 दिन पहले आए पेपर पास करवाने के ऑफर

पुलिस कॉन्स्टेबल पेपर की आंसर सीट  कई जिलों में पहुंची.  बता दें कि परीक्षार्थियों के पास परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर पास करवाने के ऑफर आने लगे थे. परीक्षा पास करवाने के लिए लाखों रुपए की रकम मांगी गई. ऑफर के समय परीक्षार्थियों को खुद का या किसी नजदीकी का ही पेपर पास करवाने की बात कही गई थी. लीक पेपर इतना वायरल हुआ कि आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए.

20 से ज्यादा लोग, पुलिस की पूछताछ में शामिल

पुलिस इस मामले में पुलिस ने अब तक 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है. वहीं, कई युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं. जहां पर शनिवार को सीआईए-वन में पुलिस की गाड़ियों का रातभर आना-जाना लगा रहा. जिले के एसपी लोकेंद्र सिंह खुद इस मामले को करीब से देख रहे हैं. इस पेपर लीक पर सरकार के साथ विपक्षी पार्टियों की भी नजर है, इसलिए पुलिस इसे हाई प्रोफाइल केस के मुताबिक ही जल्द से जल्द कोलने  करने में लगी हुई है.