मासिक धर्म स्वच्छता योजना:हेल्थ विभाग जिले में 25778 लड़कियों काे 380912 सैनेटरी पैड बांटेगा

Rajni Bishnoif

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आशा वर्कर्स गांवों में डोर-टू-डोर 10 से 19 साल तक की बेटियों को स्वच्छता को लेकर करेंगी अवेयर

डिप्टी सिविल सर्जन स्कूल हेल्थ की ओर से डॉ. वंदना सिंगल ने बताया कि जिले की 25778 लड़कियों में 380912 सैनेटरी पैड बांटने की योजना है। हर महीने पैड दिए जाएंगे। 264 आशा वर्करों की मदद ली जाएगी जो कोविड-19 की वजह से लड़कियों को एक साथ इकट्ठा न करके गांव-गांव जाकर डोर टू डोर पहले तो लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति अवेयर करेंगी और पैड भी बांटेेंगी। ग्रामीण लड़कियों को 6 रुपये का एक पैकेट दिया जाएगा, जिसमें 6 पैड हाेंगे। आशा को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।महीने में एक पैकेट आशा अपने पास रख सकेगी। योजना सीएमओ डॉ. रत्ना भारती की गाइडेंस में चलाई जाएगी।

आशा वर्कर समझाएंगी मासिक धर्म के दौरान इन बातों का रखें ध्यान-

1. लड़कियों को सैनेटरी पैड का सेफ डिस्पोजल सिखाया जाएगा। 2. पुराने कपड़े के इस्तेमाल से संक्रमण फैलने के विषय की देगी जानकारी। 3. छह घंटे के अंतराल पर सैनिटरी नैपकिन बदलना स्वास्थ्य के लिए हितकारी है। 4. पीरियड्स के समय कई बार शरीर में दर्द होता है। इसलिए गर्म पानी से नहाएं। 5. अपने बिस्तर की सफाई का खास ध्यान रखें। समय-समय पर बेडशीट बदलती रहें। 6. पैड को नहर या खुले में ना डालें जिससे इसे खाकर जानवर बीमार न पड़े। 7. खान-पान का रखें ख्याल। सुपाच्य आहार का सेवन करें।

आशा वर्कर्स इन भ्रांतियों को भी करेंगी दूर

1. पीरियड्स के दौरान किचन में नहीं जाना और ना ही खाने की किसी भी चीज़ हो हाथ लगाना। 2. उन दिनों के दौरान धार्मिक स्थलों में नहीं जाना। 3. पीरियड्स के चौथे दिन ही बाल धोना, और उसके बाद ही किचन में जाना। 4. मासिक धर्म के दौरान अलग कमरे में या जमीन में सोना। 5. अचार को भी हाथ ना लगाना इत्यादि इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया जाएगा।

स्वच्छता बेहद जरूरी है

हर लड़की को यह समझने की जरूरत है कि अगर वो मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का सही से ध्यान नहीं रखती तो किस तरह की बीमारियों का शिकार हो सकती है। इससे लड़कियां खुद हाईजीन को लेकर अवेयर हो पाएंगी। स्वच्छता का ध्यान न रखने की वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो सकता है और अगर ध्यान न दिया जाए तो इस इंफेक्शन से किडनी तक डैमेज हो सकती है। यूटीआई और रिप्रॉडक्टिव ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से सर्वाइकल कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। –डॉ. वीना मलिक, स्त्री रोग विशेषज्ञ।