भारत में शॉर्ट वीडियो कंटेंट की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और अब Meta ने दावा किया है कि Instagram Reels इस श्रेणी में सबसे आगे निकल चुका है। एक ताजा स्टडी के मुताबिक, Reels ने YouTube, टीवी और अन्य सभी प्लेटफॉर्म को पीछे छोड़ दिया है। यह उपलब्धि ऐसे समय में सामने आई है जब Reels ने भारत में अपने पांच साल पूरे कर लिए हैं।
97% लोग रोज देखते हैं शॉर्ट वीडियो
Meta की ओर से कराई गई IPSOS स्टडी में देशभर के 33 शहरों के 3,500 से ज्यादा लोगों से बात की गई। नतीजों के अनुसार, भारत में अब शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ही सबसे ज्यादा देखा जाने वाला कंटेंट बन चुका है। लगभग 97% लोग हर दिन किसी न किसी प्लेटफॉर्म पर शॉर्ट वीडियो देखते हैं और इनमें से 92% लोग Reels को अपनी पहली पसंद मानते हैं।
स्टडी में यह भी सामने आया कि रिल्स, Gen Z और शहरी हाई-इनकम ग्रुप (NCCS A और B) के बीच सबसे पॉपुलर वीडियो प्लेटफॉर्म है। Meta का दावा है कि Reels ने ब्रांड डिस्कवरी और क्रिएटर एंगेजमेंट दोनों मामलों में भी सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
ब्रांड्स के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म
Meta ने बताया कि भारत में 80% लोग हमारे प्लेटफॉर्म्स पर नए ब्रांड्स खोजते हैं। Reels पर दिए गए विज्ञापन पारंपरिक लंबे वीडियो विज्ञापनों की तुलना में 2 गुना ज्यादा याद रहते हैं और 4 गुना ज्यादा मैसेज एसोसिएशन पैदा करते हैं। इतना ही नहीं, Reels विज्ञापन ब्रांड मेट्रिक्स को 1.5 गुना ज्यादा प्रभावी तरीके से बढ़ाते हैं।
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Meta का कहना है कि Reels अब कल्चरल कन्वर्सेशन का अहम हिस्सा बन गया है। प्लेटफॉर्म पर फैशन और ट्रेंड से जुड़ा कंटेंट 40% ज्यादा देखा जाता है, ब्यूटी और मेकअप वीडियो 20% ज्यादा और म्यूजिक व मूवी से जुड़ा कंटेंट 16% ज्यादा देखा जा रहा है।
क्रिएटर्स और मार्केटर्स के लिए सुझाव
Meta का मानना है कि Reels की पूरी ताकत का इस्तेमाल करने के लिए मार्केटर्स को “सोशल-फर्स्ट क्रिएटिव्स” पर ध्यान देना चाहिए, जिन्हें खासतौर पर Reels फॉर्मेट के लिए बनाया गया हो। इसके अलावा क्रिएटर्स के साथ मिलकर असली और कल्चर से जुड़े कंटेंट पेश करना भी ब्रांड्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।