
जिले के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे कई स्कूलों के हजारों विद्यार्थियों को मिड डे मील को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते स्टाफ द्वारा उधार पर मिड डे मील लेकर कम चलाया जा रहा है या लोगों से दान में राशन लिया जा रहा है।
जिले के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे कई स्कूलों के हजारों विद्यार्थियों को मिड डे मील को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते स्टाफ द्वारा उधार पर मिड डे मील लेकर कम चलाया जा रहा है या लोगों से दान में राशन लिया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा मिड-डे मील योजना के तहत जिले के 380 प्राइमरी स्कूलों के 44000 विद्यार्थियों को राशन मुहैया करवाया जाना था, लेकिन पिछले दो महीने से मिड-डे मील का राशन आने के चलते स्टाफ व विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं स्कूल इंचार्ज सुरेंद्र नैन की मानें तो दो दिन बाद बच्चों को मिड-डे मिल नहीं दिया जाएगा। सुरेंद्र नैन ने बताया कि सरकार द्वारा विद्यार्थियों को दोपहर के समय मिड डे मील दिया जाता है, लेकिन पिछले दो महीने से राशन न आने के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वह पास की चक्की से उधार पर चावल मांग कर लाते हैं, विद्यार्थियों को राशन दिया जा सके। वहीं एक समाजसेवी के द्वारा भी चावल दान किए गए थे, जो कुछ दिन बाद खत्म हो जाएंगे। इसके बाद विद्यार्थियों को राशन नहीं मिलेगा। उन्होंने सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द मिड डे मिल राशन मुहैया करवाया जाए ताकि विद्यार्थियों को कोई परेशानी ना आए।