माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है जो आमतौर पर सिर के एक हिस्से में तेज दर्द या छनछनाहट पैदा कर देता है। यह व्यक्ति को मतली, उल्टी, और तेज लाइट व आवाज के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना देता है। माइग्रेन अटैक लगातार कई घंटों से लेकर दिनों तक रह सकता है। इसका दर्द इतना गंभीर हो सकता है कि इससे व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों में रूकावट भी पैदा हो सकता है। यह आमतौर पर आनुवांशिक कारकों के वजह से होते हैं। हालांकि जीवनशैली के वजह से भी कई लोग इस बिमारी की चपेट में आ जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सिरदर्द डिसऑर्डर नर्व सिस्टम के सबसे आम विकारों में से हैं। WHO के आकंड़ों के अनुसार दुनिया भर में 7 में से 1 वयस्क को माइग्रेन है, और यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में 3 गुना अधिक आम हो सकता है। जागरूकता बढ़ाने और माइग्रेन की बीमारी और सिरदर्द विकारों से जुड़े नकारात्मक धारणाओं को कम करने के लिए, सिरदर्द और माइग्रेन के मरीजों के लिए जून को राष्ट्रीय माइग्रेन अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है।अगर आपको सिर दर्द की समस्या है तो विशेष रूप से शराब, और बहुत अधिक कैफीन, जैसे कॉफी का सेवन न करें। ज्यादा कैफीन माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकती है। लेकिन ध्यान रखें एकदम से इसका सेवन बंद करने से भी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए सुझाव दिया जाता है कि इसे धीरे-धीरे कम करें। यौन गतिविधि सहित तीव्र शारीरिक परिश्रम, माइग्रेन को भड़का सकता है। सभी को नियमित शारीरिक गतिविधि की आवश्यकता होती है। यह स्वस्थ रहने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लेकिन यह कुछ लोगों के लिए सिरदर्द पैदा कर सकता है। यदि आप उनमें से एक हैं, तब भी आप वर्कआउट कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या मदद करेगा। काम या घर पर तनाव माइग्रेन का कारण बन सकता है। किसी भी बात या परेशानी को लेकर ओवरथिंक न करें इससे तनाव बढ़ने लगता है। इसे कंट्रोल करने के लिए अपनी कुछ हॉबी को कर सकते हैं। तनाव से को कम करने के लिए आप प्रणायाम भी कर सकते हैं। गहरी सांसे लेने से दिमाग रिलेक्स होने लगता है। खाद्य पदार्थ जैसे पुराने पनीर और नमकीन और प्रोसेस्ड फूड माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। नियमित और समय से भोजन करें। खाने में हरी सब्जी, नट्स, मछली, अदरक, खट्टे फल माइग्रेन से बचाव करने और इसके दर्द को कम करने का काम करता है।