करनाल में स्वास्थ्य विभाग ने आईएमए की हड़ताल को देखते हुए सिविल अस्पताल की छुट्टी होने के बावजूद डिस्पेंसरी खोली। ऐसे में ट्रामा सेंटर में आने वाले मरीजों को सेंटर के पंजीकरण केंद्र से पंजीकरण कराकर डॉक्टर से चेकअप करवा के डिस्पेंसरी से दवा दी गई।
राजस्थान में स्वास्थ्य के अधिकार संबंधी बिल के विरोध में प्रदेशभर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने चार अप्रैल को सभी निजी अस्पतालों में ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं बंद रखने का निर्णय लिया था। लेकिन करनाल जिले में आईएमए की हड़ताल का मिला-जुला देखा गया। जिले में कुछ अस्पतालों ने हड़ताल का समर्थन करते हुए अपनी हर प्रकार की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी सेवाएं बंद रखी।
सिविल अस्पताल की छुट्टी होने के बावजूद डिस्पेंसरी खोली
कुछ अस्पतालों में सभी ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रूप से चलती हुई मिली। आज महावीर जयंती को लेकर सरकारी अस्पतालों में छुट्टी रही। जिसके चलते मरीजों को भारी परेशानी का सामना पड़ा। इसके अलावा मरीजों जिला स्वास्थ्य विभाग ने आईएमए की हड़ताल को देखते हुए सिविल अस्पताल की छुट्टी होने के बावजूद डिस्पेंसरी खोली। ऐसे में ट्रामा सेंटर में आने वाले मरीजों को सेंटर के पंजीकरण केंद्र से पंजीकरण कराकर डॉक्टर से चेकअप करवा के डिस्पेंसरी से दवा दी गई। डिस्पेंसरी में सीनियर फार्मेसी ऑफिसर ममता त्यागी, राजेश सिंगला, इंटर्न चाहत, प्रियांशु व जीडीए रेखा ने छुट्टी के दिन भी अपनी सेवाएं दी।














































