मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार पिछले एक सप्ताह से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में लगातार कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है। 23 जुलाई को जैसे ही मानसून टर्फ रेखा दक्षिणी हुईं, जिसकी वजह से संपूर्ण इलाके में केवल बादलवाही और बिखराव वाली बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर निम्न दाब क्षेत्र समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई तक फैले चक्रवातीय परिसंचरण के साथ सक्रिय है, जबकि दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर भी एक सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक दक्षिणी झुकाव के साथ सक्रिय है। वही मानसून टर्फ रेखा राजस्थान पर बने निम्न दाब क्षेत्र से लेकर जैसलमेर-कोटा-गुना-सतना होते हुए अम्बिकापुर, बालासोर व पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। बंगाल की खाड़ी पर भी एक के बाद एक लो प्रेशर एरिया बन रहे हैं। इन सभी मौसम प्रणालियों के कारण राजस्थान, गुजरात सहित मध्य प्रदेश में धमाकेदार मानसून बारिश गतिविधियों का दौर जारी है। वहीं हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में लगातार बंगाल की खाड़ी से नमी वाली दक्षिणी पूर्वी हवाओं का रुख होने की वजह से सम्पूर्ण इलाके में दोपहर बाद बादलवाही देखने को मिल रही है। सोमवार को हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में बारिश की गतिविधियां नदारद रहीं। इस दौरान हरियाणा में अधिकतम तापमान 32.0 से 35.9 और न्यूनतम तापमान 24.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में 28 जुलाई से 4 अगस्त तक मध्यम से तेज बारिश की संभावना
Parmod Kumar