मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि 80 करोड़ से ज़्यादा लोगों को नवंबर तक मुफ़्त अनाज दिया जाएगा

News Desk

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश के बाद हमला किया है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कोरोना की बात की और चीन का कोई ज़िक्र नहीं किया. इसी पर राहुल गांधी ने एक शेर के ज़रिए उन पर हमला किया. हालांकि राहुल गांधी ने शेर ग़लत लिखा है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, तू इधर-उधर की न बात कर, ये बता कि क़ाफ़िला कैसे लुटा, मुझे रहज़नों से गिला तो है, पर तेरी रहबरी का सवाल है,  सही शेर है………तू इधर-उधर की न बात कर, ये बता कि क़ाफ़िला क्यों लुटा, मुझे रहज़नों से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है, इससे पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए उनकी सरकार ने सही समय पर क़दम उठाए हैं. मोदी ने कहा कि सही समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फ़ैसलों ने भारत में लाखों लोगों की जान बचाई है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जब से अनलॉक-1 शुरू हुआ है, लोगों की लापरवाही बढ़ती चली जा रही है. उन्होंने स्वास्थ्य से जुड़े गाइडलाइन को पालन करने के लिए सभी से अपील की और कहा कि चाहे गांव का प्रधान हो या प्रधानमंत्री, क़ानून से ऊपर कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम ग़रीब कल्याण योजना का विस्तार किया जा रहा है.

ग़रीबों को पाँच किलो गेंहू या चावल

उन्होंने कहा कि अब तक उनकी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को तीन महीने तक मुफ़्त अनाज दिया है और अब ये सुविधा नवंबर, 2020 तक लागू रहेगी. सरकार ने इन पाँच महीनों के लिए ग़रीब परिवार के हर सदस्य को हर महीने पाँच किलो गेंहू या पाँच किलो चावल मुफ़्त मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए सरकार 90 हज़ार करोड़ रुपए ख़र्च करेगी. मोदी ने कहा कि देश के मेहनतकश किसान और ईमानदार करदाता के कारण सरकार इस स्थिति में है कि वो ग़रीबों को मुफ़्त राशन देने में सक्षम है. लाकडाउन को धीरे-धीरे ख़त्म करने की दिशा में सरकार ने तीन जून से 30 जून तक कुछ रियायतें दी थीं जिसे सरकार ने अनलॉक-1 कहा था.

अब एक जुलाई से अनलॉक-2 की शुरुआत होगी.

मोदी अपने लंबे संबोधनों के लिए जाने जाते हैं लेकिन कोरोना काल में मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संदेश को उन्होंने बहुत छोटा रखा और सिर्फ़ 16-17 मिनट तक भाषण दिया. लोगों को उम्मीद थी कि शायद वो कोरोना के अलावा भारत-चीन विवाद पर भी कुछ बोलेंगे लेकिन उन्होंने चीन के बारे में कोई बात नहीं की. कांग्रेस ने मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सिर्फ़ एक योजना के विस्तार के लिए राष्ट्र के नाम संबोधन की क्या ज़रूरत थी. कांग्रेस ने चीन का ज़िक्र नहीं किए जाने पर मोदी पर निशाना साधा और कहा कि चीन की निंदा करना तो दूर प्रधानमंत्री अपने संबोधन में इस बारे में बात करने से भी डर रहे हैं. उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मोदी पर हमला करते हुए कहा कि केवल कुछ चीनी ऐप को बैन करने से कुछ नहीं होगा, हमें चीन को करारा जवाब देना होगा. ममता बनर्जी ने ये भी घोषणा कर दी कि उनके राज्य में ग़रीबों को जून 2021तक मुफ़्त राशन दिया जाएगा.

एक जुलाई से अनलॉक- 2

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी कर प्रधानमंत्री से कुछ क़दम उठाने की माँग की थी. उन्होंने भारत-चीन सीमा विवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ख़ुद बताएं कि चीन की सेना को वो भारत की धरती से कब और कैसे हटाएंगे. राहुल ने कहा, “पूरा देश जानता है कि चीन ने हिंदुस्तान की पवित्र ज़मीन छीन ली है हम सब जानते हैं कि चीन लद्दाख में चार जगह अंदर बैठा हुआ है. नरेंद्र मोदी जी आप देश को बताइए चीन की फ़ौज को आप हिंदुस्तान से कब निकालेंगे और कैसे.” कोरोना के कारण लॉकडाउन से ग़रीबों और प्रवासी मज़दूरों के लिए पैदा हुए संकट के बारे में राहुल गांधी ने मोदी से अपील की कि वो हर ग़रीब परिवार को कम से कम साढ़े सात हज़ार रुपए दें. राहुल गांधी ने वीडियो के ज़रिए कहा, “न्याय योजना जैसी एक योजना लागू की जाए. परमानेंट न हो, छह महीने के लिए चलाइए. हर ग़रीब परिवार के खाते में 7,500 रुपये महीने का डालिए. इससे डिमांड क्रिएट होगा. अर्थव्यवस्था फिर से चालू होगी. सरकार ने मना कर दिया. एक बार नहीं तीन चार बार मना कर दिया. कारण दिया कि हमारे पास पैसा नहीं हैं.” पहले कोरोना और फिर चीन के मामले में राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार हमले करते आ रहे हैं.

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