बदमाशों से परेशान मां-बेटी को गृहमंत्री विज ने आश्वासन दिया। कहा कि निश्चिंत होकर अपने शहर जाएं। वहीं अमेरिका भेजने के नाम पर पानीपत निवासी व्यक्ति से 42 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में एसआईटी को जांच सौंपी है।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का जनता दरबार आजकल बंद है, मगर इसके बावजूद उनके आवास पर अब प्रतिदिन प्रदेशभर से आ रहे लोगों की कतारें लग रही हैं। बुधवार को भी कई लोगों की समस्याओं को गृह मंत्री ने सुना और अधिकारियों को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान यमुनानगर से आई मां-बेटी ने बताया कि वह दोनों घर में अकेली रहती हैं और कुछ बदमाश उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं, उन्हें मारने की धमकियां तक देते हैं। उनके द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत पर अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गृह मंत्री ने मां-बेटी को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि मैं बैठा हूं कार्रवाई के लिए, बदमाशों को सीधा करना मुझे आता है।
उन्होंने कहा कि वह निश्चिंत होकर अपने शहर जाएं, बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी प्रकार पानीपत से आए व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने बेटे को अमेरिका भेजना था और इसके लिए उसने एक व्यक्ति ने संपर्क किया जोकि स्वयं को एक एयरलाइन कंपनी का एजेंट बता रहा था। उसने आश्वासन दिया था कि वह उनके बेटे को अमेरिका में भिजवा देगा।
इस कार्य के लिए उस व्यक्ति ने अलग-अलग तारीखों में 42 लाख रुपए लिए। मगर इसके बाद न उनका बेटा विदेश गया और न ही उन्हें पैसे वापस मिले। गृह मंत्री ने इस मामले में कबूतरबाजी के लिए गठित एसआईटी को जांच के निर्देश दिए।
चरखी-दादरी से आए सैनिक ने बताया कि उसकी नई गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था। एक युवक ने खुद को बीमा कंपनी का एजेंट बताकर उनकी कार ले ली और इसके बाद उनकी गाड़ी लेकर वह दिल्ली व अन्य स्थानों पर चला गया, जहां गाड़ी का चालान हो गया। इतना ही नहीं गाड़ी के मालिक पर एक मुकद्दमा भी पुलिस ने दर्ज किया। अब उसे पता चला तो उन्होंने युवक के खिलाफ शिकायत दी।
इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। गृह मंत्री ने एसपी चरखी-दादरी को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा भिवानी से आए व्यक्ति ने उस पर कुछ लोगों द्वारा हमला करने के मामले की जांच कराने, कैथल निवासी महिला ने उसके साथ कुछ लोगों द्वारा मारपीट करने, करनाल निवासी व्यक्ति ने मारपीट मामले में कार्रवाई करने, रोहतक निवासी व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई नहीं होने एवं अन्य मामले सामने आए। जिन पर गृह मंत्री ने कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।













































