नशा मुक्त भारत अभियान में सीडीएलयू निभाएगा विशेष भूमिका

BHAWANA GABA

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अभियान की निगरानी के लिए विश्वविद्यालय के सभी 22 विभागों में नोडल अधिकारी किए जाएंगे नियुक्त
सीडीएलयू के उप कुलपति प्रो. राजबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि आज जिला में बढ़ रहा नशा एक गंभीर चिंता का विषय है और इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए समाज के हर वर्ग को गहनता से मंथन करना होगा। सामूहिक प्रयास से ही हम अपनी युवा पीढ़ी को नशे के जाल से बचा सकते हैं। भारत सरकार द्वारा 15 अगस्त से 31 मार्च 2021 तक पूरे देश में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत देश के 272 जिलों का चयन किया गया है जिसमें सिरसा जिला भी शामिल है। प्रशासन के साथ-साथ सभी संस्थाओं व आमजन के योगदान से ही इस मुहिम को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय भी इस यज्ञ में अपनी पूर्ण आहुति देने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत सीडीएलयू से जुड़े सभी 200 महाविद्यालयों में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो विद्यार्थियों को नशे के खिलाफ जागरुकता में अहम भूमिका निभाएंगे तथा अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। इसी प्रकार विश्वविद्यालय के सभी 22 विभागों में नोडल अधिकारी की नियुक्त कर प्रोसेस चल रहा है जिसके तहत पहले फेज में यूथ व शिक्षण कार्य से जुड़े व्यक्तियों से नशा से दूर रहने व समाज में नशा दूर करने के लिए उनकी भूमिका पर चर्चा की जाएगी। विशेष रुप से इस अभियान के तहत गांवों को जोडऩे पर फोकस किया जाना चाहिए क्योंकि भोलेपन व कम पढ़ा लिखा होने के कारण लोग नशे के दुष्परिणामों को समझ नहीं पाते जो बाद में इस जहर के आदी हो जाते हैं। विशेषकर गांव की युवा शक्ति व पंचायतों को प्रेरित करते हुए इस अभियान को बल देने की जरुरत है। जिला को नशा मुक्त बनाना किसी एक विभाग का काम नहींं है बल्कि सभी विभागों व महाविद्यालयों की सामूहिक जिम्मेवारी है क्योंकि सामुहिक प्रयास व एकजुटता से ही नशे की इस चुनौती से पार पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति नशे के दलदल में फंस कर अपने जीवन के सुनहरे अवसरों को खराब न करें बल्कि अपनी ऊर्जा सकारात्मक कार्यों के साथ-साथ समाज हित में लगाएं। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति सामाजिक तौर पर चेतना शुन्य हो जाता है तथा समाज में अपराध व घरेलू हिंसा जैसी गैर कानूनी हरकतों को भी बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के उपयोग से न सिर्फ व्यक्ति के मानसिक संतुलन पर प्रभाव पड़ता है बल्कि उसको भयंकर बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि नशे से जन व धन की दोनों की हानी होती है।

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