लंबे समय से आंदोलन कर रहे गन्ना किसानों के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को कहा कि इस मुद्दे को तुरंत हल करने की जरूरत है. गन्ने के दाम में बढ़ोतरी और बकाया भुगतान की मांग कर रहे किसानों ने पंजाब में रेल की पटरियों और नेशनल हाईवे को ब्लॉक कर दिया है, जिससे कई गाड़ियों और ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुई है.
चंडीगढ़ में पंजाब सरकार के साथ रविवार को हुई गन्ना किसानों की बैठक में भी कोई हल नहीं निकल सका, जिसके बाद किसानों ने अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला किया. पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिद्धू ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘अजीब बात है कि पंजाब में खेती की उच्च लागत के बावजूद राज्य की सुनिश्चित कीमत हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड की तुलना में बहुत कम है.’
करोड़ों किसानों ने शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए अपना आंदोलन शुरू किया था ताकि पंजाब सरकार पर गन्ने की बकाया राशि का भुगतान करने और गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर दबाव बनाया जा सके. किसानों ने अपनी मांगें पूरी होने तक नाकेबंदी को हटाने से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने हालांकि कहा, इमरजेंसी गाड़ियों की आवाजाही को अनुमति दी गई है.
राष्ट्रीय किसान प्रोग्रेसिव एसोसिएशन (RKPA) के अध्यक्ष बिनोद आनंद का कहना है कि गन्ने के दाम (Sugarcane Price) ने कांग्रेस के ‘किसान प्रेम’ का पर्दाफाश कर दिया है. ये लोग कृषि उपज के दाम को लेकर इतने संजीदा थे, फिर क्यों वो पंजाब में गन्ने के दाम के मामले में चुप हैं? कांग्रेस नेतृत्व को सामने आकर यह बताना चाहिए कि वो क्या चाहताे हैं.