पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब पुलिस पर दिए विवादित बयान के कारण घिर गए हैं. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने उनकी निंदा की है. बादल ने सिद्धू को मेंटल करार दिया और कहा कि सब राजनीतिक पार्टियां जानती हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू एक मेंटल आदमी है और मंच से किसी भी तरह की बात कह सकता है. इससे पहले पंजाब पुलिस ने इस बयान पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी.
सिद्धू ने हाल ही में सुल्तानपुर लोधी में एक रैली के दौरान विधायक नवतेज सिंह चीमा की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि वह ‘थानेदार (पुलिस वाले) की पैंट गीली करा सकते हैं.’ इसके बाद से एक सियासी तूफान खड़ा हो गया है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने भी विवादित बयान को लेकर सिद्धू की आलोचना की. साथ ही चंडीगढ़ के एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें मानहानि का नोटिस भेज दिया. डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल ने कहा, ‘मैंने पुलिस को अपमानित किए जाने की वजह से उन्हें मानहानि का नोटिस भेजा है.’ डीएसपी ने बयान पर विरोध जताते हुए वीडियो संदेश भी जारी किया है.
सुरक्षा वापस क्यों नहीं कर देते
चंडीगढ़ के डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल ने वीडियो मैसेज में नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा और कहा कि यह बहुत शर्मनाक है. एक वरिष्ठ नेता पुलिस के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करता है और उसे अपमानित करता है. उन्होंने कहा कि यही पुलिस बल उनकी और उनके परिवार की रक्षा करती है. अगर यही बात है कि तो उन्हें सुरक्षा में तैनात बल को वापस कर देना चाहिए. डीएसपी ने कहा कि बिना सुरक्षा बल के सिद्धू की बात एक रिक्शा वाला भी ना सुने.
पुलिस की भी गरिमा और सम्मान है
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह इस तरह की टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस बल की अपनी गरिमा और सम्मान है. इस गरिमा को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. डीएसपी के अलावा जालंधर ग्रामीण में तैनात पंजाब पुलिस के उपनिरीक्षक बलबीर सिंह ने भी सिद्धू की निंदा की. उन्होंने कहा कि एक विरष्ठ नेता ने पुलिस के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल किया है. इसलिए वह उनकी निंदा करते हैं. उन्होंने पंजाब के डीएसपी से भी अनुरोध करते हुए कहा कि पुलिस की छवि खराब ना होने दें.