पंजाब की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है। ताजा मामला इंदिरा गांधई से जुड़े एक कार्टून का है, जिसे के एक सलाहकार ने पोस्ट किया है। इसके बाद न केवल विरोधी, बल्कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनीष तिवारी जैसे कांग्रेस नेता ही हमलावर हो गए हैं। कार्टून में इंदिरा गांधी बंदूक लिए हुए हैं और बंदूक की नोक कर खोपड़ी का कंकाल है। इंदिरा गांधी के पीछे नरकंकालों का ढेर भी दिखाई दे रहा है। यह कार्टून मलविंदर सिंह माली ने पोस्ट किया है, जिन्हें हाल ही में का सलाहकार नियुक्त किया गया है। माली ने कश्मीर को अलग देश भी बताया। यही नहीं, सिद्धू के एक अन्य सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने भी विवादित बयान दिया।
यह स्केच (कार्टून) वास्तव में मलविंदर सिंह माली द्वारा संपादित ‘जनतक पैगम (सार्वजनिक संदेश)’ नामक एक पंजाबी पत्रिका के जून 1989 के अंक का कवर पेज है। शीर्षक की टैगलाइन कहती है ‘हर दमन हार जाता है’। स्केच 1984 के सिख विरोधी दंगों की याद दिलाता है जब निर्दोष सिखों का कथित तौर पर नरसंहार किया गया था।
भड़के कैप्टन अमरिंदर सिंह, मनीष तिवारी
कांग्रेस नेताओं को यह कार्टून पसंद नहीं आया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस तरह की टिप्पणियों का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि ऐसी बातें शांति के लिए खतरनाक हैं, राज्य और देश की स्थिरता के लिए खतरनाक हैं। बता दें, कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील राष्ट्रीय मुद्दों पर नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों के ये दो हालिया विवादित बयान हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों से आग्रह किया कि वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (सिद्धू) को सलाह देते रहें और उन मामलों पर न बोलें जिनके बारे में उन्हें स्पष्ट रूप से कम या कोई जानकारी नहीं थी।
प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली की पाकिस्तान और कश्मीर पर टिप्पणी पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पूछा, क्या ऐसे लोगों को देश में रहने का भी अधिकार है, पार्टी में रहना भूल जाओ?
अकाली दल ने सिद्धू पर साधा निशाना
शिरोमणि अकाली दल के दलजीत सिंह चीमा ने कहा, जब देश पाकिस्तान के खिलाफ था तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर किसने हाथ बढ़ाया था? पाक सेना प्रमुख को किसने गले लगाया? जब नवजोत सिंह सिद्धू ऐसा कर सकते हैं तो उनके सलाहकारों की शिकायत क्यों करें।