हरियाणा के सिरसा में आज एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) के एसपी तेजेंदर सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने दस्तक दी, टीम के सदस्यों ने सबसे पहले सदर थाना में पहुंचकर अपनी हाजिरी लगायी, उसके बाद टीम के सदस्य गांव शाहपुर बेगू जहां चीता किराये के मकान में रहता था, वहां भी गयी, इसके साथ एक टीम गांव वैदवाला में पहुंची, जहां उनके रिश्तेदार गुरमीत सिंह के परिजनों से भी पूछताछ की है, सूत्रों की मानें तो कई दिन पहले सिरसा से रंजीत उर्फ चीता और उसका भाई गगनदीप सिंह सिरसा से पकडे गए थे, चीता जो की देश का सबसे बड़ा हेरोइन तस्कर जिसके तालुकात आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी होने की बात सामने आई थी, बता दें, पंजाब में अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते लाए गए नमक के बीच छिपाकर लाई गई 532 किलो हेरोइन तस्करी के आरोपी रंजीत उर्फ चीता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), पंजाब की अमृतसर पुलिस व हरियाणा पुलिस के ज्वाइंट आप्रेशन में चीता को सिरसा के बेगू गांव के एक मकान में पकड़ा गया था, उसके साथ उसके भाई गगनऔर मदद करने वाले सिरसा के गांव बेगू निवासी गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया था। इस था पूरा मामला पाकिस्तान से आए नमक में छिपाकर लाई गई थी हेरोइन बता दें कि 29 जुलाई 2019 को कस्टम ने पाकिस्तान के रास्ते आए नमक की खेप से 532 किलो हेरोइन तथा 52 किलो अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया था। यह नमक आया अफगानिस्तान से था, हेरोइन को बोरियों में छिपाया गया था। नमक की यह कन्साइनमेंट अमृतसर के एक व्यापारी ने मंगवाई थी। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी हेरोइन की कीमत 2700 करोड़ रुपये आंकी गई थी। यह खेप आज तक देश में पकड़ी गई हेरोइन की तमाम खेप में से सबसे बड़ी थी। यह मामला चंडीगढ़ की एनआईए कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने रंजीत उर्फ चीता को भी आरोपी बनाया हुआ था। रंजीत पिछले काफी समय से फरार चल रहा था। पुलिस और एनआईए लगातार उसकी तलाश कर रही थी। आरोप है कि रंजीत के संपर्क पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी हो सकते हैं। उसको एनआईए और पंजाब पुलिस की टीम ने सिरसा से गिरफ्तार किया था, तब से ये मामला पूरा चर्चित है, आज इसी मामले में एनआईए की टीम ने सिरसा में फिर से छापा मारा है, देखिये ये रिपोर्ट