निर्मला सीतारमण ने बीच में ही छोड़ दी थी पीएचडी, क्या थी वजह

parmod kumar

0
254

निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै में हुआ था। उनकी मातृभाषा तमिल है। उनके पिता का नाम नारायणन सीतारमन और माता का नाम सावित्री देवी है। पिता नारायणन सीतारमन के रेलवे में कार्यरत होने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी थी। उन्हें बचपन से ही पढ़ाई और देश की राजनीति में काम करने का शौक था, लगातार स्थानांतरण प्रक्रिया के कारण नारायण सीतारमण के परिवार को अलग-अलग स्थानों पर जाना पड़ा।

वित्त मंत्री सीतारमण ने 1980 में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री पूरी की। उन्होंने 1984 में नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अर्थशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला लिया, लेकिन इसे पूरा नहीं कर पाईं क्योंकि उन्हें अपने पति के साथ लंदन जाना पड़ा।

निर्मला सीतारमण ने 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया। 2006 में निर्मला सीतारमण ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर खुद को राजनीति से जोड़ लिया। उनके पति डॉ. परकला प्रभाकर प्रजा राज्यम पार्टी में कार्यरत थे।

प्रारंभ में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पार्टियों में आंध्र प्रदेश इकाई के प्रवक्ता के रूप में काम किया। नितिन गडकरी के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें 6 अहम प्रवक्ताओं की सूची में शामिल किया गया। वह अपने पार्टी से डिबेट में सक्रिय रूप से भाग लेती थी और उन डिबेटों में पार्टी का पक्ष मजबूती से रखते नजर आती थी।