फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर 25 दिनों से हरियाणा के हिसार जिले की बालसमंद तहसील परिसर में बैठे किसानों ने तहसील के 20 गांवों में भाजपा-जजपा नेताओं की एंट्री बैन करने एलान कर दिया है। किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि इन गांवों में गठबंधन सरकार के नेता अपने रिस्क पर जाएं, अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो वे इसके लिए खुद जिम्मेदार होंगे। इससे पहले बालसमंद तहसील पर जारी धरने की अध्यक्षता पूर्व चेयरमैन बिमला व गुलप्यारी बैनीवाल ने की। वहीं रोशनी, जीवनी, रामकौर, बाधो व रेशमा क्रमिक अनशन पर बैठीं। किसानों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम मौके पर पहुंचे, लेकिन किसानों की मांगों पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। किसानों ने बड़ा फैसला करते हुए तहसील के 20 गांवों में भाजपा-जजपा नेताओं के बहिष्कार का एलान कर दिया। समिति अध्यक्ष सुरेंद्र आर्य ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा करते हुए खरीफ 2020 व खरीफ 2021 की खराब फसलों का मुआवजा नहीं दिया जाता, इन गांवों में इन्हें घुसने तक नहीं दिया जाएगा।
हिसार के 20 गांवों में भाजपा-जजपा नेताओं की ‘नो एंट्री’, एलान- अपने रिस्क पर आएं नेता
Parmod Kumar