अब साइबर ठगी होने पर डायल 112 पर मिलेगी तुरंत मदद, गुरुग्राम में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

Parmod Kumar

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साइबर ठगी के शिकार लोगों को अब हरियाणा में त्वरित और अधिक जवाबदेह सेवाएं मिल सकेंगी। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को डायल 112 से जोड़ दिया गया है। सोमवार से राज्यभर से 1930 से संबंधित कॉल डायल 112 पर ही गईं। नोडल अधिकारी एडीजीपी एएस चावला ने बताया कि हरियाणा-112 प्रणाली में 1930 सेवा से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक शामिल किया गया है। डायल 112 की टीम के साथ-साथ साइबर विशेषज्ञ बैठेंगे और ठगी के शिकार लोगों की मदद करेंगे। शिफ्ट वाइज पांच-पांच विशेषज्ञ टीम के साथ मौजूद रहेंगे। पीड़ितों को आपातकालीन सेवाएं मिलेंगी। जैसे ही किसी ठगी का शिकार व्यक्ति कॉल करेगा तो तुरंत साइबर विशेषज्ञ उससे पूरी जानकारी लेकर उसके अकाउंट को ब्लॉक कराएंगे ताकि ट्रांजेक्शन न हो सके। जरूरत पड़ने पर राष्ट्रीय स्तर पर पोर्टल को देख रहे विशेषज्ञों से भी मदद ली जाएगी। विशेषज्ञ तैनात करने और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की पुलिस विभाग की योजना को हरियाणा सरकार ने मंजूरी दे दी है। पुलिस मुख्यालय स्तर पर योजना को सिरे चढ़ाने का काम शुरू हो चुका है। ऐसे विशेषज्ञों की तैनाती होगी, जो साइबर अपराधियों से दो कदम आगे की सोचें। तकनीक के जरिये अपराधियों को ट्रैक किया जाएगा। सरकार साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जल्द ही विशेषज्ञों की तैनाती करेगी। साइबर अपराध रोकने के लिए गुरुग्राम में जल्दी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, इसमें अत्याधुनिक तकनीक और प्रौद्योगिकी होगी। जिन जिलों में अभी साइबर थाने स्थापित नहीं हुए हैं, वहां प्रक्रिया सिरे चढ़ाने में तेजी लाई जाएगी। विशेषज्ञ तैनात करने और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की पुलिस विभाग की योजना को हरियाणा सरकार ने मंजूरी दे दी है। पुलिस मुख्यालय स्तर पर योजना को सिरे चढ़ाने का काम शुरू हो चुका है। ऐसे विशेषज्ञों की तैनाती होगी, जो साइबर अपराधियों से दो कदम आगे की सोचें। तकनीक के जरिये अपराधियों को ट्रैक किया जाएगा।