जल्द ही छात्रों को एक ही साथ दो फु-टाइम डिग्री प्रोग्राम करने की अनुमति मिलेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन ने इसकी घोषणा की। लेकिन ये फिजिकल मोड में होगा और दोनों कोर्सेस की टाइमिंग अलग-अलग होनी चाहिए। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि छात्र एक ही विश्वविद्यालय या विभिन्न विश्वविद्यालयों से एक साथ दो डिग्री कार्यक्रम कर सकते हैं। अब तक छात्रों को केवल एक ही स्नातक कार्यक्रम में एडमिशन लेने अनुमति थी। लेकिन आयोग द्वारा स्वीकृत नए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि एक छात्र एक ही समय में दो कार्यक्रमों में शामिल हो सकता है। डिग्री या तो एक ही या विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्राप्त की जा सकती है। UGC के इस फैसले से छात्रों को एक ही या अन्य संस्थानों में विभिन्न संकायों से कई विषयों का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। जगदीश कुमार ने यह भी बताया कि किसी भी विश्वविद्यालय के लिए इन दिशा-निर्देशों को अपनाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन वे उम्मीद कर रहे हैं कि अधिक से अधिक संस्थान छात्रों को एक साथ दो डिग्री करने की अनुमति देंगे। चेयरमैन ने कहा कि ये दिशा-निर्देश विश्वविद्यालयों और वैधानिक निकायों को भेजा जाएगा, इसके बाद वे इसे अपने अनुकूल तरीके से अपनाने के लिए स्वतंत्र होंगे। वहीं ऑनलाइन मोड में असीमित सीटें होंगी और विश्वविद्यालय पर कोई दबाव नहीं होगा। ऑनलाइन डिग्री के लिए कोई एंट्रेंस एग्जाम भी जरुरी नहीं होगा। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि फिजिकल और ऑनलाइन मोड दोनों महत्वपूर्ण हैं। हमारा मानना है कि फिजिकल के लिए हम सीमित सीटों के कारण केवल 4-5 प्रतिशत छात्रों को ही प्रवेश देते हैं। लेकिन नये दिशा-निर्देशों से विश्वविद्यालयों को और भी अधिक अधिकार प्राप्त हो सकेंगे। वही छात्रों के लिए नये विकल्प उपलब्ध होंंगे।