अब सीडीएलयू के विद्यार्थियों का शैक्षणिक रिकार्ड होगा ऑनलाइन

Parmod kumar

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चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा तथा गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के मध्य डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोमवार को कुलपति कार्यालय के कमेटी रूम में दोनों विश्वविद्यालयों के कुलसचिव डॉ. राकेश वधवा तथा डॉ. अवनीश वर्मा के बीच सांझा करार पत्र पर हस्ताक्षर हुए। इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालय के कुलपतियों के अतिरिक्त चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि वर्तमान में सिरसा जिले के पास कोई भी कंप्यूटर आधारित परीक्षा केंद्र न होने की वजह से यहां के विद्यार्थियों को दूसरे शहरों में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाएं देने के लिए जाना पड़ता है इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शीघ्र ही चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के अंदर 300 परीक्षार्थियों की कैपेसिटी वाले भवन का निर्माण करवाया जाएगा, ताकि सिरसा जिले के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए दूसरे जिलों में न जाना पड़े। इस अवसर पर चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की सिस्टम मैनेजर डॉ. सरोज मेहता ने बताया कि सांझा करार पत्र के माध्यम से गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के साथ दो प्रकार के सॉफ्टवेयर अपनाने पर सहमति बनी है। पहला सॉफ्टवेयर विद्यार्थियों की ऑनलाइन एप्लीकेशन तथा दाखिला प्रक्रिया से संबंधित है। बकि दूसरा सॉफ्टवेयर पीएचडी स्कॉलर तथा शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित है। डॉ. सरोज ने सॉफ्टवेयर कार्यप्रणाली बारे बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी को विश्वविद्यालय के वेब पोर्टल पर लॉगइन आईडी दी जाएगी और विभिन्न विभाग विद्यार्थियों के दाखिले के दौरान उनके आवेदनों को ऑनलाइन चेक कर सकेंगे। यदि कोई कमी है तो रिमार्क्स वाले कॉलम में उसे अंकित करेंगे जो विद्यार्थी की मेल पर चला जाएगा।
उन्होंने बताया की इस करार से विश्वविद्यालय के अंदर डिजिटलाईजेशन के साथ-साथ गुणवत्तापरक कार्यों में वृद्धि होगी और रिकॉर्ड कीपिंग में भी मदद मिलेगी। फीस का रिकॉर्ड भी ऑनलाइन उपलब्ध होगा। सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विद्यार्थी का पंजीकरण रजिस्ट्रेशन एवं स्कालरशिप शाखा के पास चला जाएगा, जिससे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को एक सिंगल क्लिक के माध्यम से यह पता चल जाएगा कि किस विभाग में कितनी सीटें भरी हुई हैं और कितनी रिक्त है। विद्यार्थी विश्वविद्यालय के पोर्टल पर ऑनलाइन अपना डाटा चेक कर सकेंगे|