ऑनलाइन फूड ऑर्डर और डिलीवरी सुविधा देने वाली स्विगी ने अपने कर्मचारियों को अच्छी खबर दी है। बुधवार को कंपनी ने ऐलान किया कि वह उद्योग में अपनी तरह की पहली ‘मूनलाइटिंग’ नीति लेकर आई है। इसके तहत कर्मचारी आंतरिक स्तर पर परमिशन लेकर दूसरे कार्य या अन्य परियोजनाओं पर काम कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि ये परियोजनाएं आर्थिक लाभ या फिर नि:शुल्क वाली भी हो सकती हैं। एक विज्ञप्ति जारी कर कंपनी द्वारा कहा गया है कि इसमें ऐसे कार्य हो सकते हैं जो ऑफिस के बाद या हफ्ते की छुट्टी के दौरान हो। हालांकि इससे कर्मचारियों के काम पर असर नहीं पड़ना चाहिए और न ही स्विगी के व्यवसाय को लेकर हितों का टकराव होना चाहिए। बता दें कि कर्मचारियों को ‘मूनलाइटिंग पॉलिसी’ के तहत एक और नौकरी करने की छूट होती है। हालांकि इसके लिए कुछ नियम व शर्तें होती हैं, जिसे पूरा करते हुए वे दूसरी नौकरी अपने प्राथमिक कार्य के कामकाजी घंटों के अतिरिक्त कर सकते हैं। इस कदम को लेकर कंपनी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान देशभर में कई कामकाजी लोगों के नए शौक के चलते ऐसी गतिविधियां शुरू कीं जिनसे आय का अतिरिक्त स्रोत बना है। इसके तहत किसी गैर सरकारी संगठन के साथ अपनी मर्जी से काम करना, डांस सीखाना, सोशल मीडिया पर सामग्री प्रदान करना जैसे काम हो सकते हैं। महामारी के दौरान मूनलाइटिंग नीति को लेकर वृद्धि देखी गई। स्विगी का मानना है कि फुल टाइम रोजगार के अलावा किसी भी व्यक्ति के इस तरह की परियोजनाओं का पेशेवर और व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण रोल हो सकता है। बता दें कि स्विगी ने अपने कर्मचारियों के दफ्तर आने की अनिवार्यता को पिछले महीने समाप्त करते हुए घोषणा की कि कर्मचारी स्थायी रूप से कहीं से भी काम कर सकते हैं। बता दें कि कंपनी का दावा है कि फूड डिलीवरी इंडस्ट्री में इस तरह की पहली पॉलिसी है। कंपनी ने कहा कि कर्मचारी इसके जरिए किसी एनजीओ में वॉलंटीयर के रूप में काम कर सकते हैं।