Drug Trafficking: साल 2024 में नशा तस्करों का लेखा देखें तो 18 जनवरी 2024 को नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में दो महिलाओं को गांजा बेचते हुए गिरफ्तार किया गया था। 20 जून 2024 को यमुनानगर के शादीपुर गांव से एक महिला को नशाखोरी में गिरफ्तार किया गया था। 13 सितंबर 2024 को यमुनानगर रेलवे स्टेशन पर तीन नाबालिग लड़कियों को नशाखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज ये घटनाएं हरियाणा में महिला नशा तस्करों का प्रचलन बढ़ता जा रहा है
रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन साल में पुलिस ने 914 महिला नशाखोरी में गिरफ्तार की गईं हैं। इस साल पुलिस ने कुरुक्षेत्र में 20 और हिसार में 14 महिलाओं को नशा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। नशे की लत में फंसने के बाद इनमें से सत्तर प्रतिशत महिला तस्कर बनीं। नशा तस्करी में गिरफ्तार महिलाओं की उम्र 25 से 60 वर्ष के करीब है। इनमें से अधिकांश महिलाएं गरीब परिवारों से हैं। 30 फीसदी महिलाएं परिवार का खर्च चलाने के लिए तस्कर बन जाती हैं। हरियाणा पुलिस के आंकड़ों के अनुसार अक्तूबर 2022 से अक्टूबर 2024 तक नशा तस्करी के 10,484 मुकदमे दर्ज कर 15,546 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसमें 914 महिलाएं हैं।
प्रदेश के हर जिले में महिला तस्करी हुई है। लेकिन अपेक्षाकृत आठ जिलों में अधिक गतिविधियां हैं। इसमें सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, फरीदाबाद और गुरुग्राम हैं। पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश इन जिलों से जुड़े हैं। तीन साल में इन जिलों में अन्य जिलों की तुलना में अधिक एफआईआर और नशा तस्करों की गिरफ्तारी हुई है।
2022 में सबसे ज्यादा नशाखोरी सिरसा में 832, फतेहाबाद में 459, फरीदाबाद में 440 और कुरुक्षेत्र में 411 में गिरफ्तार हुए। 6% इनमें महिला तस्कर हैं। 2023 में सिरसा में 843, फरीदाबाद में 450, कुरुक्षेत्र में 448, फतेहाबाद में 383, गुरुग्राम में 358 और यमुनानगर में 341 नशाखोरी गिरफ्तार किए गए। चार प्रतिशत तस्कर महिलाएं हैं। 2024 में फरीदाबाद में 387, सिरसा में 364, कुरुक्षेत्र में 328, गुरुग्राम में 322, यमुनानगर में 300, डबवाली में 291 और फतेहाबाद में 280 तस्कर गिरफ्तार किए गए। इनमें से 7% महिला तस्कर हैं।