जेबीटी घोटाले में सजा काट कर रिहा हो चुके हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला मंगलवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे. वह राजघाट स्थित चौधरी देवी लाल की समाधि संघर्ष स्थल पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में कभी निष्क्रिय नहीं हुआ, मैं निरंतर राजनीति में सक्रिय हूं. मैं तब तक राजनीति में सक्रिय रहूंगा जब तक चौधरी देवी लाल के सपने पूरे नहीं होते।
इसके साथ पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने कहा, ‘यह वक्त बताएगा कि मैं चुनाव लड़ सकता हूं या नहीं. इस पर तो चुनाव आयोग फैसला करेगा.’ वहीं उन्होंने कहा कि हम भारत के हर नागरिक को साथ लेकर चलेंगे. पंचायत के चुनाव हो या असेंबली के चुनाव पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे. चौटाला ने कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है. मेरे पर जो इल्जाम लगाए थे सब गलत साबित हुए, इसलिए मुझे रिहा कर दिया गया. बता दें कि दादरी के चार और चंडीगढ़ के दो अधिवक्ताओं ने चुनाव आयोग में याचिका दायर करते हुए ओपी चौटाला के चुनाव लड़ने को लेकर माफी नहीं देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है।
अधिवक्ता संजीव गोदारा ने दादरी में मीडिया से बात करते हुए बताया कि फिलहाल शिक्षाविद देवेन्द्र बल्हारा के माध्यम से अधिवक्ताओं ने चुनाव आयोग को ई-मेल व स्पीड पोस्ट के माध्यम से याचिका दायर करने के लिए पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि पूर्व सीएम व इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला सजायाफ्ता हैं. उन्हें संदेह है कि भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के माध्यम से चुनाव लड़वाने की छूट दिलवाई जा सकती है।
इसके साथ पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने कहा, ‘यह वक्त बताएगा कि मैं चुनाव लड़ सकता हूं या नहीं. इस पर तो चुनाव आयोग फैसला करेगा.’ वहीं उन्होंने कहा कि हम भारत के हर नागरिक को साथ लेकर चलेंगे. पंचायत के चुनाव हो या असेंबली के चुनाव पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे. चौटाला ने कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है. मेरे पर जो इल्जाम लगाए थे सब गलत साबित हुए, इसलिए मुझे रिहा कर दिया गया. बता दें कि दादरी के चार और चंडीगढ़ के दो अधिवक्ताओं ने चुनाव आयोग में याचिका दायर करते हुए ओपी चौटाला के चुनाव लड़ने को लेकर माफी नहीं देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है।
अधिवक्ता संजीव गोदारा ने दादरी में मीडिया से बात करते हुए बताया कि फिलहाल शिक्षाविद देवेन्द्र बल्हारा के माध्यम से अधिवक्ताओं ने चुनाव आयोग को ई-मेल व स्पीड पोस्ट के माध्यम से याचिका दायर करने के लिए पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि पूर्व सीएम व इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला सजायाफ्ता हैं. उन्हें संदेह है कि भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के माध्यम से चुनाव लड़वाने की छूट दिलवाई जा सकती है।