किसानों का ट्रैक्टर मार्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद भी किसान संगठनों ने अपना आंदोलन खत्म नहीं किया है। ताजा खबर यह है कि 29 नंवबर को किसानों ने संसद तक ट्रैक्टर मार्च (Farmer tractor march) ले जाने का ऐलान किया है। इसी दिन से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने यह ऐलान किया। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP के मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। बकौल राकेश टिकैत, अन्य मांगों के अलावा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी के लिए दबाव बनाने के लिए ट्रैक्टर मार्च के एक हिस्से के रूप में 60 ट्रैक्टर राष्ट्रीय राजधानी में संसद जाएंगे।
पूरी प्लानिंग का ऐलान करते हुए राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, ट्रैक्टर उन सड़कों से गुजरेंगे, जिन्हें सरकार ने खोल दिया है। हम पर सड़कों को जाम करने का आरोप लगाया गया था। हमने रास्ता नहीं रोका। सड़क जाम करना हमारा आंदोलन नहीं है। हमारा आंदोलन सरकार से बात करने का है। हम सीधे संसद जाएंगे।