हरियाणा आज 55 वर्ष का हो गया है. हरियाणा 1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग राज्य के तौर पर अस्तित्व में आया और देश का 17वां राज्य बना. प्रदेश ने 55 वर्ष के सफर में अनेक उतार-चढ़ाव देखे, पर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. हरियाणा दिवस (Haryana Diwas) पर आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) प्रदेश को कई सौगात देंगे. सरकार की ओर से इसके लिए पहले ही इसका खाका तैयार कर लिया है. सोमवार दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री हरियाणा निवास में पत्रकारों से रूबरू होकर इसका खुलासा करेंगे. मुख्यमंत्री इस दिन कर्मचारी से लेकर व्यापारी, किसानों और मजदूरों आदि सभी वर्गों को लेकर घोषणाएं कर सकते हैं. इस दौरान राज्य सरकार का सात साल का लेखाजोखा भी पेश करेंगे.
बता दें कि आज ही के दिन यानी 1 नवम्बर सन 1966 को हरियाणा राज्य का गठन किया गया था. तबसे लेकर देखा जाए तो आज की तारीख तक हरियाणा में अनेकों और काफी बदलाव आये हैं. आज हरियाणा भारत देश का एक ऐसा राज्य है जहां के लोगों ने विश्व पटल पर अपनी प्रतिभाओं के दम पर अलग-अलग क्षेत्रों में अपना और राज्य का लोहा मनवाया है. अब तो इस राज्य के कई बड़ी विभूतियों ने खेल, शिक्षा, सुरक्षा समेत तमाम क्षेत्रों में अनेकों नए कीर्तिमान स्थापित भी किए हैं.
“राज्य गठन के वक्त इसकी पहचान रेतीले और कीकर के जंगल तक ही सीमित बातें पता थी. लेकिन हरियाणा का रहन-सहन, खान-पान और बोली इसे बाकि सभी राज्यों से एक अलग और अनोखी पहचान बनाती है. यहां के युवा तो खैर शुरूआत से ही हर क्षेत्र में चाहे वह खेल हो, राजनीति, अंतरिक्ष या कोई दूसरा क्षेत्र सभी में एक से एक बेहतरीन कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं. हालांकि लिंगानुपात, शिक्षा-व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं की मूलभूत कमी अभी भी चिंता का एक बड़ा विषय है.
राज्य ने खेलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. बात चाहे कुश्ती, मुक्केबाजी, हॉकी और निशानेबाजी की हो जिनमे यहाँ के खिलाड़ियों का कब्जा है. योगेश्वर दत्त, गीता फोगाट, संदीप सिंह, बबीता फोगाट जैसे दिग्गज खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं. वहीं अब भाला फ़ेंक जैसी बड़ी प्रतियोगिता में अब ओलोम्पिक विजेता नीरज चोपड़ा का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. फिर भारत की पहली महिला अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला भी तो हरियाणा की धरती पर ही पैदा हुई थीं.