कनीना (निस)
रोडवेज बसों की हड़ताल के चलते बुधवार को सर्वाधिक परेशानी चरखी दादरी व अटेली की रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को हुई।
इन रूटों पर केवल रोडवेज बसों की सुविधा है, जिनके नहीं चलने से यात्री बस आने का इंतजार करते रहे। जबकि कनीना-महेंद्रगढ, रेवाड़ी, गुरुग्राम, दिल्ली, कोसली तथा नारनौल रूट पर सहकारी समिति की बसें संचालित होने पर यात्रियों का आवागमन होता रहा। भाई दूज के मौके पर हुई हड़ताल को लेकर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर, रोडवेज कर्मचारियों ने मृतक कर्मचारी के हत्यारों को गिरफ्तार करने, परिजनों को 50 लाख मुआवजा राशि तथा नौकरी देने की मांग की है।
सफीदों (निस) : आज राजकीय परिवहन के सफीदों उपकेंद्र के मेडिकल लीव पर गए चार कर्मचारियों को छोड़कर सभी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हरियाणा रोडवेज चालक संघ व हरियाणा कर्मचारी महासंघ से जुड़े इन कर्मचारियों ने हड़ताल कर उपकेंद्र परिसर में अनिश्चितकालीन धरना दिया। इस उपकेंद्र में कुल 32 राजकीय बसें हैं जबकि दो बसें किलोमीटर स्कीम की है। उपेंद्र के 42 चालकों 39 परिचालकों व वर्कशॉप के बीस कर्मचारियों ने हड़ताल में हिस्सा लिया। धरने पर हरियाणा रोडवेज चालक संघ के उपकेंद्र प्रधान जोगिंदर बुढ़ाखेड़ा ने कहा कि राजकीय परिवहन के चालक राजवीर की जघन्य हत्या कर दिया जाना अत्यंत निंदाजनक है। उन्होंने कहा कि यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर यह हड़ताल व धरना दिया गया है जो पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलने तक जारी रहेगा। इस मौके पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ के उपकेंद्र प्रधान कुलदीप सिंह ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया।
चरखी दादरी (निस) : चरखी दादरी में भी रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चे के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम कर दिया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हड़ताल की सूचना प्रशासन के संज्ञान में आते ही बस स्टैंड पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। यूनियन के जिला प्रधान रणबीर गहलोत का कहना है कि जब तक कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा हड़ताल जारी रहेगी। जल्दी सरकार इस और संज्ञान ले नहीं तो यह चक्का जाम अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदल जाएगा।