राज्य में पीके अग्रवाल समेत डीजी रैंक के पांच आईपीएस हैं। इनमें सबसे सीनियर 1988 बैच के मनोज यादव का रिटायरमेंट 2025 में है लेकिन वे यहां दो वर्ष डीजीपी रहने के बाद वापस केंद्र में डेपुटेशन पर जा चुके हैं। इनके बाद पीके अग्रवाल अब रिटायर हो जाएंगे।
शुक्रवार को हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल का सेवाकाल आईपीएस के तौर पर पूरा हो गया। हालांकि वे 15 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत डीजीपी का कार्यकाल दो साल तक का होता है। ऐसे में हरियाणा सरकार की ओर से पीके अग्रवाल को डेढ़ माह का सेवा विस्तार मिल गया है। गौर हो कि आईपीएस पीके अग्रवाल 16 अगस्त 2021 को डीजीपी नियुक्त किए गए थे
उधर, नए डीजीपी के लिए गृह विभाग की ओर से 10 आईपीएस अधिकारियों की सूची तैयार कर ली गई है। इनमें डीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी डॉ. आरसी मिश्रा, जेल महानिदेशक मोहम्मद अकील, एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और डीजीपी होमगार्ड देशराज सिंह के नाम शामिल है। वहीं, एडीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारियों में ओपी सिंह, आलोक कुमार राय, एसके जैन और अजय सिंघल और आलोक मित्तल व एएस चावला के नाम पैनल में जोड़े गए हैं।
ये है अधिकारियों की वरिष्ठता का गणित
राज्य में पीके अग्रवाल समेत डीजी रैंक के पांच आईपीएस हैं। इनमें सबसे सीनियर 1988 बैच के मनोज यादव का रिटायरमेंट 2025 में है लेकिन वे यहां दो वर्ष डीजीपी रहने के बाद वापस केंद्र में डेपुटेशन पर जा चुके हैं। इनके बाद पीके अग्रवाल अब रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में डीजीपी की दौड़ में अग्रवाल के बाद सबसे सीनियर 1989 बैच के मोहम्मद अकील व आरसी मिश्रा और 1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर और देशराज सिंह शामिल हैं।