पहले बताया जा चुका है कि टेस्ला के अधिकारी भारत में एक निर्माण संयंत्र के लिए संभावित जगहों का पता लगा रहे थे। जिसके लिए लगभग 2 अरब अमरीकी डॉलर का निवेश हो सकता है। वहीं विभिन्न राज्य सरकारों ने टेस्ला के 2 अरब डॉलर के निवेश को आकर्षित करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कई राज्यों ने टेस्ला को आमंत्रित करने और कंपनी को प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहन देने की इच्छा जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्य टेस्ला को लुभाने की दौड़ में शामिल हैं।
भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी का विस्तार करने में टेस्ला की रुचि बढ़ गई है। क्योंकि कंपनी एक अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए उपयुक्त जगह की तलाश कर रही है।
सरकार की ईवी योजना के तहत, जिसका लक्ष्य भारत को अत्याधुनिक तकनीक से लैस ईवी के लिए पसंदीदा विनिर्माण स्थल के रूप में स्थापित करना है, कई प्रमुख उद्देश्यों को रेखांकित किया गया है।
इनमें वैश्विक ईवी निर्माताओं से निवेश आकर्षित करना, भारतीय उपभोक्ताओं के बीच एडवांस्ड ईवी तकनीक को अपनाने को बढ़ावा देना और देश की मेक इन इंडिया पहल को मजबूत करना शामिल है।
इसके अलावा, भारतीय बाजार में टेस्ला की एंट्री से देश की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए अपार संभावनाएं हैं।
उम्मीद है कि एक विनिर्माण संयंत्र की स्थापना और भारत से ऑटो पार्ट्स की बढ़ती खरीद से रोजगार पैदा होंगे, आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और घरेलू विनिर्माण इको सिस्टम मजबूत होगा।
 
  
 



















































