नागरिकता संशोधन कानून पर सियासी तकरार केजरीवाल के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पलटवार

Parmod Kumar

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में सीएए का विरोध करते हुए कहा कि देश पर 10 साल राज करने के बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपाइयों को सीएए की बात करनी पड़ रही है। अगर वह 10 साल में कुछ अच्छा काम कर लेते तो आज सीएए की जगह अपने काम पर जनता से वोट मांग रहे होते। आज देश में सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी है। ऐसे में केंद्र सरकार इनका समाधान ढूंढने के बजाय सीएए की बात कर रही है।

उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के अनुसार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक अगर भारत की नागरिकता लेना चाहें तो उनको भारत की नागरिकता दे दी जाएगी। इसका मतलब है कि इन तीनों देशों से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को भारत में लाया जाएगा। उनको भारत में बसाया जाएगा, उनको रोजगार और घर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह कितनी अजीब बात है कि केंद्र की भाजपा सरकार हमारे बच्चों को रोजगार नहीं दे रही है और वह पाकिस्तान से अल्पसंख्यकों को लाकर उनके बच्चों को रोजगार देना चाहती है। हमारे लोगों के पास तो घर नहीं है, भारत के ढेरों लोग बेघर हैं, लेकिन भाजपा पाकिस्तान से ढेरों लोगों को भारत में बसाकर घर देना चाहती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में ढाई से तीन करोड़ अल्पसंख्यक हैं। यह तीनों देश बहुत ही गरीब देश हैं। जैसे ही भारत के दरवाजे खुलेंगे, इन तीन देशों से भारी भीड़ हमारे देश में आ जाएगी।

कोई भी देश अपने पड़ोसी देश के लोगों को नहीं लाना चाहता : केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वाले पूरी दुनिया से बिल्कुल उल्टा चल रहे हैं। पूरी दुनिया में कोई भी देश अपने पड़ोसी देशों के गरीबों को अपने घर नहीं लाना चाहता है। पड़ोसी देशों के लोगों को अपने देश में आने से रोकने के लिए पूरी    दुनिया में हर देश तरह-तरह के कानून बना रहा है, बॉर्डर पर दीवारें लगाता है, बॉर्डर पर बिजली की तारें लगाई जाती हैं।केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 साल में 11 लाख से ज्यादा बड़े-बड़े उद्योगपति और व्यापारी भारत छोड़कर विदेश चले गए। ये लोग भारत में इंडस्ट्री और बड़े-बड़े व्यापार चलाया करते थे और लाखों लोगों को रोजगार देते थे। ये लोग भाजपा की गलत नीतियों और अत्याचार से तंग आकर भारत छोड़कर चले गए। अगर भाजपा को लाना ही है कि इन उद्योगपतियों को लेकर आए।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अपना धैर्य खो बैठे हैं (आपा खो बैठे हैं)। उन्हें नहीं पता कि ये सभी लोग पहले ही भारत में आ चुके हैं और रह रहे हैं। अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो वे क्यों बांग्लादेशी घुसपैठियों की बात नहीं करते, रोहिंग्याओं का विरोध क्यों नहीं करते? वह वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं के बारे में तो ये नहीं बोलते। वे विभाजन की पृष्ठभूमि भूल गए हैं, उन्हें शरणार्थी परिवारों से मिलना चाहिए।’सीएए लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले पर प्रदेश भाजपा ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए शरणार्थी भारतीयों के अपने थे, हैं और रहेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री भारतीय मुस्लिमों को डराने की कोशिश नहीं करें।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सीएए पर ओवैसी, ममता बनर्जी व राहुल गांधी की भाषा बोल रहे हैं। वह हिंदू, सिख, बौध, ईसाई शरणार्थियों के सम्मान को तो ठेस पहुंचा रहे हैं, भारतीय मुस्लिमों को भी भड़काने की कोशिश की है। उन्होंने साबित कर दिया कि वह कल भी हिंदू, सिख, बौद्ध विरोधी थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे। आजादपुर व मजनू का टीला पर पाकिस्तान से आए शरणार्शियों के कैंप में पहुंचकर सचदेवा ने सभी को बधाई दी। उन्हें बताया कि अब सभी को नागरिकता मिलेगी और पहले से रह रहे शरणार्थियों की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जानबूझकर शरणार्थियों का अपमान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भारतीय मुस्लिमों को योजनाओं का लाभ दिया है। पड़ोसी देशों के मुस्लिमों को भी यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान वहां से उनके देश भेजकर राहत दी है।