इसके जवाब में जजपा के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि राज्यसभा सीट के लिए भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को अपनी पत्नी आशा हुड्डा या फिर अपनी पुत्रवधू को चुनाव में उतारना चाहिए। राज्यसभा की इस सीट पर तो भूपेंद्र हुड्डा अपने परिवार का हक समझते हैं और इसीलिए उन्होंने कुमारी सैलजा की सीट छीनकर दीपेंद्र को दिलवाई थी।
उन्होंने खुद को उम्मीदवार बनाए जाने की पेशकश पर भूपेंद्र हुड्डा का धन्यवाद जताया, लेकिन कहा कि हुड्डा साहब को राजनीतिक चालबाजी करने के बजाय विपक्ष के नेता होने के नाते राज्यसभा चुनाव से पीठ दिखाकर भागना नहीं चाहिए। दिग्विजय ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि सैलजा की राज्यसभा सीट छीनकर दीपेंद्र को देने वाले हुड्डा उन पर इतनी मेहरबानी कैसे दिखा रहे हैं। दरअसल कुछ दिन पहले दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि यदि कांग्रेस किसी प्रतिष्ठित खिलाड़ी को चुनाव में उतारती तो वह कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। करनाल में हुई एएसआई संजीव की हत्या बताती है कि आज प्रदेश में लोगों की सुरक्षा करने वाले खुद भी सुरक्षित नहीं है। व्यापारियों से लगातार फिरौती मांगी जा रही हैं। इसलिए हिसार समेत पूरे हरियाणा में व्यापारी वर्ग आंदोलनरत है।
कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ व्यापारियों के साथ खड़ी है। कांग्रेस ने पिछले कार्यकाल के दौरान बदमाशों को हरियाणा छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया था और प्रदेश के 10 साल शांतिपूर्ण तरीके से गुजरे थे। दोबारा कांग्रेस सरकार बनने पर फिर से अपराध का सफाया करके प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज स्थापित किया जाएगा।














































