एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडे की मौत की खबरों ने इस समय बाजार काफी गर्म कर रखा है। अपनी मौत की झूठी खबर फैलाना पूनम पांडे को अब काफी भारी पड़ रहा है। आम जनता से लेकर बाॅलीवुड सेलेब्स तक हर कोई एक्ट्रेस पर जमकर भड़क रहा है। सोशल मीडिया पर भी एक्ट्रेस को निशाना बनाया जा रहा है। पूनम की पीआर टीम पर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। मामला इतना बढ़ चुका है कि अपनी इस हरकत के लिए पूनम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही है।
पूनम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई के एक पुलिस स्टेशन में पूनम पांडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को लेकर एक लेटर भेजा गया है। बता दें कि जैसे ही पूनम ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर अपने जिंदा होने की पुष्टि की, वैसे ही लोगों का जमकर गुस्सा फूटा। एक्ट्रेस ने अपनी मौत की खबर सर्विकल कैंसर अवेयरनेस के लिए फैलाई थी। इसके बाद से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि एक्ट्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। ऑल इंडिया सिने वर्कर एसोसिएशन की ओर से मुंबई के विक्रोली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक लेटर लिखा गया है।
सेलेब्स ने जमकर लगाई क्लास
इस लेटर में यह बताया गया है कि पूनम और उनकी मैनेजर के खिलाफ इस तरह से मौत की झूठी खबर फैलाने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इस खबर के मुताबिक, कहा जा सकता है कि पूनम पांडे कानूनी शिकंजे में फंसती हुई नजर आ रही हैं। हालांकि, अभी तक पूनम की तरफ से इसे लेकर कोई भी रिएक्शन नहीं आया है। सोशल मीडिया पर तो यूजर्स पूनम पर भड़क ही रहे हैं, लेकिन सेलेब्स भी अब जमकर गुस्सा कर रहे हैं। टीवी की जानी मानी एक्ट्रेस डॉली सोही असल जिंदगी में सर्विकल कैंसर से जूझ रही हैं। पूनम की इस हरकत के बाद उन्होंने एक्ट्रेस की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने एक पोस्ट शेयर कर कहा, “आपको शर्म आनी चाहिए पूनम पांडे। अपनी मौत की झूठी खबर दिखाने और किसी ऐसे व्यक्ति की मानसिक स्थिति को ठेस पहुंचाने के लिए जो पहले से ही इस बीमारी से जूझ रहा है और इस दर्द से गुजर रहा है’। राखी सावंत ने भी एक वीडियो शेयर कर पूनम को खरी-खोटी सुनाई है
करण कुंद्रा ने भी सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया और पूनम की पीआर टीम को लेकर अपने रिएक्शन दिए हैं। करण ने लिखा, “वाह दीदी वाह… और वाह तुम्हारी पीआर एजेंसी.. जो भी फूंक रहे हो तुम लोग तुरंत बंद कर दो। आप एक सामाजिक मुद्दे को हंसी के विषय में बदलने में कामयाब रहे हैं। कभी-कभी दुष्प्रचार वास्तव में दुष्प्रचार ही होता है।”