बिजली संकट: बिजली मंत्री ने तलवंडी साबो प्लांट का किया दौरा

Parmod Kumar

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तलवंडी साबो और गोइंदवाल थर्मल प्लांटों की बंद पड़ी दो यूनिट अभी चालू भी नहीं हो सकीं। उससे पहले रविवार को सरकारी थर्मल प्लांट लहरा मुहब्बत की 210 मेगावाट की एक यूनिट बंद हो गई। इससे कुल 1140 मेगावाट बिजली आपूर्ति बंद पड़ गई। रविवार को पंजाब में बिजली की अधिकतम मांग 9400 मेगावाट दर्ज की गई। इसके मुकाबले पावरकॉम के पास सभी स्रोतों से बिजली की 4500 मेगावाट की उपलब्धता रही। बाहर से खरीदने के बावजूद बिजली आपूर्ति में कमी के चलते पावरकॉम को कट लगाने पड़े। उधर, थर्मल प्लांटों में कोयले का संकट भी फिलहाल बना हुआ है। रविवार को रोपड़ थर्मल प्लांट में छह दिनों का, लहरा में तीन, तलवंडी साबो में आठ, राजपुरा में 19 और गोइंदवाल में दो दिनों का कोयला शेष था। पावरकॉम दावा कर रहा था कि तलवंडी साबो की बंद पड़ी 660 मेगावाट की यूनिट जल्द चालू हो जाएगी। इस यूनिट के समेत कोयले की कमी से बंद पड़ी गोइंदवाल की 270 मेगावाट की यूनिट तो चालू नहीं हो सकी लेकिन इसी बीच रविवार को लहरा मुहब्बत की 210 मेगावाट की एक यूनिट बंद पड़ गई। मंत्री ने बताया कि इस साल 2022 के तापमान ने 122 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गर्मी की लहर से मार्च 2022 भारत का सबसे गर्म महीना रहा है। अप्रैल 2022 में बहुत अधिक गर्मी रही। खुश्क मौसम व तीव्र गर्मी के कारण पंजाब में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। यही वजह है कि अप्रैल 2022 में पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग बढ़ी है। उत्तरी क्षेत्र में ऐसी तीव्र गर्मी के साथ-साथ देश में मौजूद कोयले की कमी के नतीजे के तौर पर ओपन एक्सचेंज में भी उपलब्ध बिजली में कमी हो गई है। इसी कारण देश को बिजली की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए पावरकॉम ने अप्रैल 2022 में 11 रुपये प्रति यूनिट से अधिक की दर से 305 मिलियन यूनिट की खरीद की, जबकि 2021 में 3.48 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से केवल 177 मिलियन यूनिट की खरीद की थी। बिजली मंत्री ने कहा कि राज्य में आपूर्ति की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और सारे एपी व अन्य खपतकारों को पिछले तीन दिनों से नियमित आपूर्ति दी जा रही है।