नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने 2026 में घरेलू मैदान पर होने वाले T20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को देखते हुए टीम के लिए अपना सख्त नजरिया स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि टीम में अब बहानेबाजी नहीं, बल्कि जवाबदेही, ईमानदारी और नतीजों पर ध्यान देने का नेजर होनी चाहिए।
सीरीज हार पर जश्न नहीं
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20 सीरीज जीतने के बाद, BCCI द्वारा जारी एक इंटरव्यू टीजर में गंभीर ने अपने नेतृत्व शैली की झलक दिखाई। गंभीर ने स्पष्ट किया कि वह हार के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘एक देश के तौर पर और हम सभी को व्यक्तिगत रूप से कभी भी, कभी भी सीरीज हार का जश्न नहीं मनाना चाहिए।’ उनका मानना है कि खिलाड़ियों को मुश्किलों से सीखने की क्षमता को अहमियत देना चाहिए, न कि बहाने बनाने को।
खिलाड़ियों को गहरे समंदर में फेंको
खिलाड़ियों के विकास और नेतृत्व के बारे में बात करते हुए, गंभीर का मानना है कि दबाव में परखने से ही खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सामने लाते हैं। उन्होंने शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान बनाने के अपने फैसले का उदाहरण दिया। गंभीर ने कहा, ‘खिलाड़ियों को गहरे समंदर में फेंक दो, जितना आसान हो सके। हमने शुभमन गिल के साथ भी ऐसा ही किया जब उन्हें टेस्ट कप्तान बनाया गया।’ गंभीर और उनके स्टाफ ने ड्रेसिंग रूम में खुलेपन और ईमानदारी को बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक बहुत ही पारदर्शी ड्रेसिंग रूम रहा है। यह एक बहुत ही ईमानदार ड्रेसिंग रूम रहा है और हम चाहते हैं कि ड्रेसिंग रूम ऐसा ही बना रहे।
वर्ल्ड कप की तैयारियां जारी
2026 T20 वर्ल्ड कप के संबंध में गंभीर ने स्वीकार किया कि टीम अभी भी इस पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम अभी भी वहां नहीं हैं जहां हम T20 वर्ल्ड कप के समय होना चाहते हैं।’ गंभीर ने टीम के लिए फिटनेस के महत्व पर भी जोर दिया, यह उम्मीद जताते हुए कि टीम सही समय पर अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में होगी। गंभीर का यह संदेश भारत के अगले स्टेज के लिए एक दिशा तय करता है, जिसमें जीतने की भूख होनी चाहिए।













































