पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 : कई कांग्रेस के नेता चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम फेस बनाए जाने के पक्ष में हैं

Parmod Kumar

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पंजाब कांग्रेस के अंदर अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की आवश्यकता को लेकर चर्चा जारी है. कई वरिष्ठ नेताओं ने अनुसूचित जाति समुदाय के राज्य के पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर अपना जोर दिया है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने अब तक कहा है कि पार्टी 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 फरवरी को होने वाले चुनाव संयुक्त लीडरशिप के तहत लड़ेगी. पार्टी ने 2012 और 2017 के चुनावों से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की थी, वरिष्ठ नेता और मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा, चन्नी ने केवल तीन महीनों में खुद को मुख्य दावेदार साबित कर दिया है.

मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने आगे कहा, पार्टी में सीएम उम्मीदवार की घोषणा को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए, जब पहले से ही सभी की उम्मीदों से परे खुद को साबित करने वाला कोई हो.हालांकि, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, जो इस सप्ताह चंडीगढ़ में थे, ने इस मुद्दे पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “सिद्धू जी पंजाब कांग्रेस के सरदार हैं (नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस प्रमुख हैं), चन्नी जी सरकार के सरदार हैं (चन्नी मुख्यमंत्री हैं), और हम संयुक्त लीडरशिप में चुनाव लड़ेंगे.वहीं कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और शाहकोट के विधायक हरदेव सिंह लड्डी शेरोवालिया भी चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के विचार का समर्थन कर रहे हैं यदि पार्टी चुनाव में सफल होती है.

क्या कहता है सर्वे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सहयोगी निखिल अल्वा द्वारा ट्विटर पर ‘पंजाब में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होना चाहिए?’ इसको लेकर एक सर्वे कराया था. सर्वे से पता चलता है कि सर्वेक्षण में कुल 1,283 मतदाताओं में से अधिकतम 68.7 प्रतिशत के साथ चन्नी लोगों की पसंद है.हालांकि यह एक पार्टी सर्वेक्षण नहीं हो सकता है, लेकिन इससे यह भी पता चला है कि 11.5 प्रतिशत मतदाताओं ने सिद्धू के लिए और 9.3 प्रतिशत ने सुनील जाखड़ के पक्ष में मतदान किया, जबकि 10.4 प्रतिशत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की कोई आवश्यकता नहीं है.

पार्टी की राज्य इकाई ने सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया है जिसमें कहा गया है कि पूरा राज्य चरणजीत सिंह चन्नी के साथ है और भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर अनुसूचित जाति समुदाय से पंजाब के पहले मुख्यमंत्री को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे के मद्देनजर आप, शिअद और बीजेपी सहित विपक्षी दलों के हमलों के बाद कांग्रेस ने जवाबी हमला किया है, जिसमें लगभग 8 रुपये सहित 10 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी है. चन्नी के एक रिश्तेदार के घर से करोड़ों रुपये जब्त किए गए हैं.