पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए बलबीर सिंह राजेवाल की अगुवाई वाले संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) ने गुरनाम सिंह चढूनी की सयुंक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) से गठबंधन किया है. हरियाणा के किसान नेता चढूनी ने ऐलान किया है एसएसपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने बीते बुधवार को बताया कि एसएसपी और एसएसएम पंजाब विधानसभा चुनाव में एक समझौते पर पहुंचा है. जिसके तहत वे दस सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
बता दें कि किसान यूनियनों के राजनीतिक दल संयुक्त समाज मोर्चा ने बुधवार शाम को ही अपने 17 प्रत्याशियों का ऐलान किया है. पार्टी नेता प्रेम सिंह ने बताया कि उनका दल अभी तक 57 प्रत्याशियों का ऐलान कर चुका है, वहीं अन्य उम्मीदवारों की घोषणा अगले दो तीन दिन में होने की संभावना है. गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा रही किसानों की 22 यूनियनों ने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एक राजनीतिक मोर्चा ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ बनाया है.
‘जनता की मांग पर कर रहे हैं ऐसा’
मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि वे जनता की मांग पर ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कुछ यूनियन इसके विरुद्ध हैं, मगर वे विरोध नहीं करेंगी. ‘ संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा रही राज्य से संबंधित 10 अन्य यूनियनों ने सियासी मोर्चे का हिस्सा बनने से मना कर दिया है. इनमें क्रांतिकारी किसान यूनियन (दर्शन पाल), बीकेयू क्रांतिकारी (सुरजीत फूल) और बीकेयू सिद्धूपुर (जगजीत दल्लेवाल) शामिल हैं.
पंजाब कांग्रेस में कौन होगा CM फेस
पंजाब कांग्रेस में CM चेहरे की जंग तेज हो गई है. सरकार के 4 मंत्री चरणजीत चन्नी के समर्थन में उतर आए हैं. इनमें ब्रह्ममोहिंदरा के बाद अब सुखजिंदर रंधावा, तृप्त राजिंदर बाजवा और राणा गुरजीत सिंह शामिल हो गए हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस हाईकमान को चरणजीत चन्नी को ही चुनाव के बाद CM बनाने की घोषणा कर देनी चाहिए. इस बीच खास बात यह है कि सीएम चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर पर एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की रेड पर सीएम दावेदार सिद्धू चुप हैं. यह बात भी कांग्रेसियों को खटकने लगी है. सिद्धू ने इतना कहा कि सिर्फ रेड होने से कोई दोषी नहीं हो जाता.
पंजाब में सीएम चेहरे को लेकर चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू के बीच मची जंग के उलट कांग्रेस हाईकमान की अलग राय है. कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर लौटे पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि कांग्रेस संयुक्त लीडरशिप में लड़ेगी.