पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर सिंह ने शुक्रवार को प्रदेश के बस्सी पठाना विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. कांग्रेस ने फतेहगढ़ साहिब जिले के बस्सी पठाना सीट से मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को उम्मीदवार बनाया है. पार्टी का टिकट नहीं मिलने के बाद सिंह ने इससे पहले कहा था कि वह विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.
सिंह ने आज संवाददाताओं से कहा कि वह बस्सी पठाना के लोगों की इच्छानुसार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि उनकी किसी से कोई नाराजगी नहीं है और ‘कोई विद्रोह नहीं है .’ सिंह ने पिछले साल खरड़ के सदर असपताल से वरिष्ठ चिकित्सा पदाधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था. हाल ही में सीएम चन्नी के कजिन भाई जसविंदर सिंह धालीवाल ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था.
पंजाब विधानसभा का सत्र मार्च में खत्म हो रहा है. राज्य में एक ही चरण में मतदान 20 फरवरी को होगा. इससे पहले वोटिंग के लिए 14 फरवरी की तारीख तय की गई थी. साल 2017 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 77 सीटों पर जीत के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया था. वहीं, आम आदमी पार्टी 20 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.
पंजाब चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ उतरेगी कांग्रेस : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यहां कहा कि पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ उतरेगी और पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श करने के बाद जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. गांधी ने यहां डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी मुख्यमंत्री का चेहरा होगा, उसका वह समर्थन करेंगे.
पिछले कुछ हफ्तों में, चन्नी और सिद्धू दोनों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में घोषित किए जाने की इच्छा व्यक्त की है. अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने और चन्नी के पद संभालने के बाद भी पार्टी में मतभेद कायम है.