शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने बुधवार को पंजाब की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने से रोकने का प्रयास कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके घर पर राज्य पुलिस ने छापा मारा था. मजीठिया ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह हाईकोर्ट के दिशनिर्देश का उल्लंघन करने, उनके आवास पर छापा मारने और उनके परिवार को परेशान करने के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराए.
हाल ही में मादक पदार्थ मामले में आरोपी बनाए गए मजीठिया ने पार्टी की ओर से अमृतसर-पूर्व सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद ये आरोप लगाए. इस सीट पर मजीठिया का मुकाबला पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से होगा.
पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट ने मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है, लेकिन उन्हें गिरफ्तारी से तीन दिन की राहत दी है ताकि वह आदेश को सर्वोच्च अदालत में चुनौती दे सकें. राज्य में 20 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए नामांकान की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हुई.
मजीठिया के खिलाफ पिछले महीने एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया था. मजीठिया शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साले और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के भाई हैं. (इनपुट भाषा से भी)