पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करतारपुर गलियारा फिर से खोलने का अनुरोध किया. ताकि सभी श्रद्धालु सिख गुरु नानक देव को समर्पित पाकिस्तान स्थि गुरुद्वारे में जा सकें. कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के लिए तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सिंह ने कहा कि गलियारे का उपयोग करने वाले तीर्थयात्रियों की जांच और टीकाकरण सहित उचित कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित करने में पंजाब सरकार को केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने में खुशी होगी.
कोरोनो केसों में पंजाब में महत्वपूर्ण सुधार
उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री से सकारात्मक विचार की उम्मीद की. उन्होंने लिखा, ‘पंजाब में कोविड-19 की स्थिति में पिछले एक महीने में महत्वपूर्ण सुधार के संकेत मिले हैं और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कल लगभग एक साल की अवधि के बाद कोविड-19 से किसी की भी मौत की सूचना नहीं थी.’
उन्होंने कहा कि बदले हुए परिदृश्य में लोगों ने स्पष्ट रूप से करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब में ‘दर्शन’ की इच्छा जाहिर की है. करतारपुर गलियारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है.
DSGMC ने भी केंद्र से करतारपुर कॉरिडोर को खोलने का अनुरोध किया
अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली सिख गुरद्वारा प्रबंध समिति (डीएसजीएमसी) ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि कोविड के हालात काबू में होने के मद्देनजर करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोला जाए. इस गलियारे के माध्यम से सिख श्रद्धालु गुरद्वारा करतारपुर साहिब तक की यात्रा बिना वीजा के कर सकते हैं. पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित इस स्थान पर सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव ने अपने जीवन के 18 वर्ष बिताए थे.
डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, ‘लगभग सभी राज्यों ने लॉकडाउन हटा लिया है. हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि कॉरिडोर को पुन: खोला जाए क्योंकि कोरोना वायरस के मामलों में कमी आई है और हालात काबू में हैं.’ इस कॉरिडोर को खोलने से पहले भारत से सिख श्रद्धालु डेरा बाबा नानक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगाई गयी बड़ी दूरबीनों से गुरद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करते थे. सिरसा ने कहा, ‘कॉरिडोर पर आवागमन शुरू होने के बाद दूरबीन भी हटा ली गयी हैं.’
इससे पहले शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने भी केंद्र सरकार से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को पुन: खोलने का अनुरोध किया था. एसजीपीसी पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में गुरद्वारों का प्रबंधन संभालती है.