पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पहुंचे. उन्होंने दिल्ली के लिए चार्टर्ड फ्लाइट पकड़ने के लिए सरकारी हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया. जबकि सीएम के आवास से मोहाली हवाई अड्डे की दूरी मात्र 25 किलोमीटर है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे चरणजीत सिंह चन्नी के साथ PPCC के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा और कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी थे. मुख्यमंत्री ने राजिंदर पार्क से उड़ान भरी और मोहाली हवाई अड्डे पर उतरे. चूंकि यह दूरी काफी कम थी इसलिए यह अफवाह भी फैली कि सीएम के हेलिकॉप्टर में खराबी आ गई है. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि एयर पोर्ट तक पहुंचने के लिए चरणजीत सिंह चन्नी की ये एक छोटी सी उड़ान थी.
चार्टर्ड प्लेन किराए पर लिया गया
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि सीएम को रात 8 बजे शाह से मिलना था और मीटिंग के बाद रात को वापस आना था. हेलिकॉप्टर रात में नहीं उड़ सकता था इसलिए एक चार्टर्ड प्लेन किराए पर लिया गया. उन्होंने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के पास समय कम था, इसलिए वह मोहाली में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए सीएम के आवास के सामने स्थित राजिंदर पार्क से सरकारी हेलिकॉप्टर ले गए. चूंकि उन्होंने पहले से ही चार्टर्ड विमान किराए पर लिया था, इसलिए मुख्यमंत्री ने कुलजीत सिंह नागरा और रवनीत सिंह बिट्टू को भी साथ ले जाने का फैसला किया. उन्हें कांग्रेस की गतिविधियों के बारे में कुछ चर्चा करनी थी.
हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल पंजाब में बड़ा मुद्दा
पिछली SAD-BJP सरकार के दौरान हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल पंजाब में एक बड़ा मुद्दा रहा है. इससे सरकारी खजाने पर बोझ पड़ता है. उस समय सरकारी हेलिकॉप्टर के ज्यादा इस्तेमाल पर विपक्ष के साथ-साथ राज्य के लोगों ने भी नाराजगी जताई थी. बाद में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि वह हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं करेगी. कांग्रेस के घोषणापत्र में साफ कहा गया था, “आपातकाल या आपदा को छोड़कर मुख्यमंत्री और मंत्रियों की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल प्रतिबंधित होगा.”