पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई भी कर रहे हैं चुनाव लड़ने की तैयारी, जानिए इनके बारे में

Parmod Kumar

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पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सभी सियासी दल रणनीति तैयार कर चुनाव प्रचार प्रसार में जुट चुकी है. एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जनता से किए वादे आचार संहिता लगने से पहले पूरा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, ताकि इसका सिया माइलेज लिया जा सके वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं. उन्होंने पंजाब के चुनावी रण में क़िस्मत आज़माने के लिए सीनियर मेडिकल अफसर पद से इस्तीफा भी दे दिया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह खरड़ सिविल अस्पताल में बतौर सीएमओ काम कर रहे थे. सरकारी पद पर तैनात व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. इस्तीफ़ा देने के बाद से वह फतेहगढ़ साहिब के बसी पठानां विधानसभा क्षेत्र में एक्टिव हो गए हैं. आपको बता दें कि यह विधानसभा क्षेत्र एससी वर्ग के लिए रिजर्व है. इसलिए डॉ. मनोहर सिंह ने इस विधानसभा क्षेत्र को चुनते हुए लोगों से मुलाकात करना शुरू कर चुके हैं. यहां तक कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में दांव आजमाने के लिए बसी पठानां में अपना दफ़्तर भी खोल दि या है. गौरतलब है कि डॉ. मनोहर का कहना है कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने मंजूरी दी तो वह बसी पठानां विधानसभा क्षेत्र से जरूर चुनाव लड़ेंगे.

लोगों के बीच इसलिए रहे चर्चा में

पंजाब की सियासी गलियारों में यह चर्चा ज़ोरों पर है कि अब पंजाब कांग्रेस में भी परिवारवाद पनपने लगा है यही वजह है कि बसी पठानां से कांग्रेस के ही विधायक होने के बावजूद मुख्यंमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ मनोहर सिंह यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. गौरतलब है कि बसी पठाना में पहले से ही कांग्रेस के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी हैं, लगातार दूसरी बार वह टिकट के दावेदार हैं. इसके बावजूद सीएम चन्नी के भाई यहां से चुनाव लड़ने की ख़्वाहिश कर रहे हैं.

मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह का बयान

नंदपुर कलौर के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में तैनाती के वक्त वह लोगों के बीच खूब चर्चा में रहे थे. इसी वजह से वहां के मौजूदा कांग्रेसी विधायक गुरप्रीत जीपी ने उनका तबादला करवा दिया था. आपको बता दें कि डॉ. मनोहर एनेस्थिसिया में पोस्ट ग्रेजुएट होने के साथ जर्नलिज्म में एम ए और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ ग्रेजुएट भी हैं. वह अपनी योग्यता और समाजिक कार्यों को आधार बनाते हुए खुद को बसी पठानां से विधायक पद का उम्मीदवार बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं. वहीं बस्सी पठाना से कांग्रेस के मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने कहा कि डा मनोहर का तबादला करवाने में मेरा कोई हाथ नहीं था. ये तो रूटीन ट्रांसफर था. मैं तो अपना काम कर रहा हूं. इस समय मैं हलके का विधायक हूं. फिर इसी जगह से चुनाव लड़कर चुनाव जीतूंगा.इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना.