पिछले चार साल से पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह जारी थी, लेकिन अब विधानसभा चुनाव के चलते वहां पर धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो रहा है। कुछ दिनों पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी हुई थी। ऐसे में उन्होंने पूरा फोकस पार्टी को मजबूत करने पर किया है। इसी के चलते शुक्रवार को सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ कुलजीत नागरा और परगट सिंह भी मौजूद रहे। मुलाकात के दौरान कांग्रेस और सरकार में समन्वय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। पार्टी और सरकार में समन्वय के लिए सीएम और सिद्धू ने ‘स्ट्रैटेजिक पॉलिसी ग्रुप’ बनाने पर सहमति व्यक्त की। इस ग्रुप में 10 सदस्य हैं, जो सरकार और कांग्रेस के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने का काम करेंगे। इसके अलावा विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और विकास के लिए भी ग्रुप सरकार को सलाह देगा। मुलाकात में ही साफ कर दिया गया कि इस ग्रुप की अध्यक्षता मुख्यमंत्री ही करेंगे।
कांग्रेस के मुताबिक सीएम की अध्यक्षता वाले इस समूह में मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, मनप्रीत सिंह बादल और अरुणा चौधरी सदस्य होंगे। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू, कुलजीत सिंह नागरा, सुखविंदर सिंह डैनी, संगत सिंह गिलजियां, परगट सिंह और अरुण गोयल को भी इसमें सदस्य बनाया गया है।
परगट सिंह के सहारे दोआबा में सेंध मारेगी कांग्रेस, नए महासचिव पर दांव खेल सकते हैं सिद्धू हाईकमान क्या चाहता है? आपको बता दें कि कैप्टन से मनमुटाव के बाद सिद्धू ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से वो लगातार सार्वजनिक मंचों से उनके ऊपर हमला कर रहे थे। हाल ही में 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने दोनों में सुलह करवाई। जिसके तहत पीसीसी का जिम्मा सिद्धू और सरकार कैप्टन अमरिंदर के पास है। अब हाईकमान चाहता है कि दोनों नेता पुरानी बातों को भूलकर पूरा फोकस चुनाव पर करें।