पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब चुनाव की पूरी ज़िम्मेदारी सौंपी गई।

Parmod Kumar

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पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस आलाकमान ने रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। आलाकमान आगामी विधानसभा में कोई चूक नहीं होने देना चाहती है। इसलिए पार्टी हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब चुनाव की पूरी ज़िम्मेदारी सौंप दी है। सियासी गलियारों में यह चर्चाएं तेज़ हो गई हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के काट के लिए सीएम चन्नी को ये ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। सीएम चन्नी ने चुनावी मोड में सक्रिय होते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह को कमज़ोर करने के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। इसी बाबत सीएम चन्नी ने पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के घर डिनर पर पहुंचे। उन्होंने राणा सोढ़ी के साथ लगभग दो घंटे तक रुके और काफ़ी मुद्दों पर चर्चाएं भी कीं। सीएम चन्नी के डिनर पर पहुंचने से सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं, ये क़यास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन के खेमे सीएम चन्नी सेधमारी करने की कोशिश में हैं।

CM चन्नी को सौंपी गई ज़िम्मेदारी

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनावी रणनीति तैयार करने की ज़िम्मेदारी के बाद से ही वह चुनाव को लेकर काफ़ी सक्रिय हो गए हैं। इसलिए वह ख़ुद कांग्रेस विधायकों से वन टू वन बैठक कर रहे हैं और उनके हलकों की जानकारी ले रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफ़ा देने के बाद पंजाब के सियासी गलियारों में ये चर्चाएं तेज़ हो गईं थी कि कैप्टन के बाद अब पंजाब कांग्रेस की बागडोर नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में होगी और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति भी नवजोत सिंह सिद्धू ही तैय करेंगे। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को साइडलाइन करते हुए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने की पूरी जिम्मेमदारी दे दी है।

चुनाव की रणनीति पर चर्चा

सूत्रों की माने तो सीएम चन्नी को दिल्ली पंजाब चुनाव की ज़िम्मेदारी सौंपने के लिए बुलाया गया था। उनके दिल्ली दौरे के दौरान पंजाब चुनाव की रणनीति पर उनसे चर्चा की गई थी। बैठक में पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधीर भी मौजूद थे। बैठक में पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी को बताया कि पंजाब अध्यक्ष बनाए जाने के बाद नवजोत सिद्धू प्रदेश संगठन के गठन की चर्चा तो करते रहे हैं लेकिन इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू की कार्यशैली से कांग्रेस के जिला, ब्लॉक और ग्रामीण स्तंर के नेता और कार्यकर्ताओं में काफी मायूसी हैं। विधानसभा चुनाव के दिन क़रीब आ रहे हैं लेकिन चुनाव की तैयारी के लिए कोई ठोस क़दम नहीं उठाया जा रहा है। कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को आगामी विधानसभा चुनाव की कमान इसलिए सौंपी है ताकि वह कैप्टन अमरिंदर सिंह को रोकने के लिए रोडमैप तैयार कर सकें।

सिद्धू के तेवर बरक़रार

सियासी गलियारों में यह चर्चा भी ज़ोरों पर है कि कांग्रेस आलाकमान का विश्वास नवजोत सिंह सिद्धू से पूरी तरह से उठ गया है। इसलिए ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। सिद्धू ने कैप्टंन और सीएम चन्नी के खिलाफ जिस तरह से मुहिम चलाई उसके बाद से पार्टी आलाकमान सिद्धू पर भरोसा नहीं कर रही है। दिल्ली में हुई बैठक के दौरान चन्नी और सिद्धू के मुद्दों का कोई हल नहीं निकला। सियासी जानकारों का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू सीएम बनना चाहते हैं इसलिए वह अपने तेवर ढीले नहीं करेंगे।