पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस आलाकमान ने रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। आलाकमान आगामी विधानसभा में कोई चूक नहीं होने देना चाहती है। इसलिए पार्टी हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब चुनाव की पूरी ज़िम्मेदारी सौंप दी है। सियासी गलियारों में यह चर्चाएं तेज़ हो गई हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के काट के लिए सीएम चन्नी को ये ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। सीएम चन्नी ने चुनावी मोड में सक्रिय होते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह को कमज़ोर करने के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। इसी बाबत सीएम चन्नी ने पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के घर डिनर पर पहुंचे। उन्होंने राणा सोढ़ी के साथ लगभग दो घंटे तक रुके और काफ़ी मुद्दों पर चर्चाएं भी कीं। सीएम चन्नी के डिनर पर पहुंचने से सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं, ये क़यास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन के खेमे सीएम चन्नी सेधमारी करने की कोशिश में हैं।
CM चन्नी को सौंपी गई ज़िम्मेदारी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनावी रणनीति तैयार करने की ज़िम्मेदारी के बाद से ही वह चुनाव को लेकर काफ़ी सक्रिय हो गए हैं। इसलिए वह ख़ुद कांग्रेस विधायकों से वन टू वन बैठक कर रहे हैं और उनके हलकों की जानकारी ले रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफ़ा देने के बाद पंजाब के सियासी गलियारों में ये चर्चाएं तेज़ हो गईं थी कि कैप्टन के बाद अब पंजाब कांग्रेस की बागडोर नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में होगी और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति भी नवजोत सिंह सिद्धू ही तैय करेंगे। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को साइडलाइन करते हुए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने की पूरी जिम्मेमदारी दे दी है।