नशे को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि – इस मुद्दे पर राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया है. दरअसल सिद्धू ने प्रेस नोट जारी करके अपनी ही पार्टी की सरकार पर आरोप लगाया है कि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के डायरेक्शंस के बावजूद 13 ड्रग्स स्मगलरों को लेकर पंजाब सरकार ने कुछ नहीं किया.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के युवाओं और कुख्यात ड्रग माफिया द्वारा राज्य भर में फैले नशीले पदार्थों के खतरे के कारण अपने बच्चों को खोने वाली हजारों पीड़ित माताओं की दुर्दशा साझा करते हुए कहा कि ये इसी राज्य के लोग हैं. उन्होंने कहा कि वो पूर्व अकाली मंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के बहनोई बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है.
मुख्य आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
दरअसल 6,000 करोड़ रुपये के कुख्यात भोला ड्रग रैकेट में मजीठिया पर उक्त STF रिपोर्ट 2 सितंबर, 2021 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच द्वारा खोले जाने की संभावना है. पीपीसीसी प्रमुख ने कहा कि जैसे-जैसे तारीख नजदीक आ रही है, सभी की निगाहें हाई कोर्ट पर टिकी हैं और लोगों को विशेष रूप से जिन लोगों ने अपने मासूम बच्चों को नशीली दवाओं के खतरे में खो दिया है, उन्हें बहुत उम्मीद है कि मुख्य आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि देश की न्यायपालिका हमेशा से ही नागरिकों की सच्ची रक्षक साबित हुई है.
13 ड्रग तस्करों को भारत वापस लाने के लिए कुछ नहीं किया
वहीं सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए, सिद्धू ने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद, इन दोनों सरकारों ने उन 13 ड्रग तस्करों को भारत वापस लाने के लिए कुछ नहीं किया, जिन्होंने पंजाब और कुछ देशों में ड्रग्स की तस्करी की. ये नशा तस्कर पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया द्वारा मुहैया कराए गए वीआईपी वाहनों का इस्तेमाल कर सरकारी सुरक्षा की आड़ में संचालित होते थे.