पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जारी कड़वाहट को लेकर राज्य में पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि राहुल जी (राहुल गांधी) को पंजाब में हो रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है. नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर उन्होंने कहा कि हम जानते हैं वो अकालियों (शिरोमणि अकाली दल), बीजेपी और AAP की ईंट से ईंट बजा देंगे.
रावत ने कहा, “सिद्धू आक्रामक खिलाड़ी हैं. हमको तो ताली बजानी है. हम तो चाहते हैं की हमारे अध्यक्ष का ये तेवर बना रहे. अच्छी बात है. चुनाव के समय में हमको एग्रेसिव बैट्समैन चाहिए, इसलिए उनको बनाया है. जब PCC बनाते वक्त हमने एग्रेसिव आदमी को बनाया है तो उसका जो अंदाज है चीजों को कहने का… तो उसको भी सहन करना पड़ेगा.”
हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड और पंजाब में रणनीति और संकल्प एक ही है- जीतना. उन्होंने कहा, “पहले लोग कह रहे थे कि पंजाब से ये नेता जा रहा था. मैंने पंजाब में सबको कह दिया है- आसी तुसी करो; गल करो लेकिन धीरे धीरे. क्योंकि हम जानते हैं कि 2024 की कांग्रेस, UPA की जीत की शुरुआत जो है वो उत्तराखंड, पंजाब से हो. 2002 में उत्तराखंड था जहां से कांग्रेस की जीत हुई थी और 2004 में केंद्र में UPA की सरकार बनी. अब भी हम यही चाहते हैं.”
राज्य में जारी विवाद को लेकर पंजाब प्रभारी ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुझे कहा कि कोशिश करो कि सब लोग मिल बैठ कर बात करें. झगड़ा ना करें. एक बात बताइए, यदि पंजाब में पंगा ना करें तो उनको लगेगा की हम क्या कर रहे हैं, जब आप उनको बिठाओ और बात करो, तो एक साथ आते हैं.”
पार्टी के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा- रावत
असंतुष्ट नेताओं को लेकर उन्होंने कहा, “जब पंजाब के विधायक मिलने आए तो मैंने उनको कहा कि आप मुझ पर विश्वास करें. कोई बात आपके हित के खिलाफ नहीं होगी. ये जो भ्रम फैलाया जा रहा है कि इसको निकाल देंगे, उसको रखा जाएगा ऐसा कुछ नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष की राय के बिना कोई बात नहीं होगी और आपका हित देखना मेरा फर्ज है.”
उन्होंने कहा कि कैप्टन साहब (सीएम अमरिंदर सिंह) ने भी उन्हें आश्वासन दिया है कि किसी के खिलाफ कोई प्रतिशोध की कार्रवाई नहीं होगी और अगर कहीं कोई कर रहा है तो विधायक और नेता मुझे बता दें. उन्होंने कहा, “दो ही प्राथमिकता है- एक हम कैसे जीतें और दूसरा लोगों का राजनीतिक हित सुरक्षित रखें. मेरे पास आते-आते पंजाब विधायकों के मुद्दे खत्म हो गए थे.”
प्रभार से मुक्त किए जाने पर बोले- पार्टी के फैसले का पालन करेंगे
चुनाव के नेतृत्व को लेकर उन्होंने अमरिंदर सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सीएम हैं, सरकार तो वो ही चला रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैंने वो कहा कि कैप्टन के नेतृत्व में चुनाव होगा. अब मैंने भक्तगण पर छोड़ दिया है, जो जैसे चाहे ले लें.” कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने बुधवार को घोषणा की थी कि अगले साल होने का पंजाब विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
वहीं पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने को लेकर हरीश रावत ने कहा कि पार्टी जो भी फैसला करेगी, उसका वह पालन करेंगे. रावत ने कहा, “अगर मेरी पार्टी कहती हैं आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा. मैं अगले एक या दो दिन में पंजाब जाऊंगा और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पीसीसी चीफ नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात करूंगा.”