पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने सोमवार को दिल्ली के अपने समकक्ष मनीष सिसोदिया को चुनौती दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी में 250 स्कूलों की तुलना पंजाब के स्कूलों से करने के लिए न केवल स्थान बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण मानदंड भी प्रदान करें।
बेहतर स्कूली शिक्षा के बुनियादी ढांचे के दिल्ली सरकार के दावे पर निशाना साधते हुए सिंह ने सिसोदिया को दोनों राज्यों के स्कूलों की तुलना के लिए न केवल स्कूलों के स्थान बल्कि राष्ट्रीय प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (एनपीजीआई) 2021 के आधार पर कई अन्य प्रमुख मापदंडों को लेकर भी दिल्ली के स्कूलों की जानकारी प्रदान करने के लिए कहा।
सिंह ने छात्रों और स्थायी शिक्षकों की संख्या, शिक्षक पदों पर रिक्तियों के अलावा उन सभी 250 स्कूलों के 10वीं कक्षा के परिणाम जैसे विवरण की मांग की, जिनके स्थान पंजाब के स्कूलों के साथ तुलना के लिए दिल्ली के मंत्री द्वारा पहले प्रदान किए गए थे।
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से सोमवार को उन 250 स्कूलों का नाम बताने को कहा जिनका कायाकल्प राज्य में कांग्रेस के शासनकाल में हुआ है ताकि दोनों राज्य सरकारों की ओर से संचालित स्कूलों में बदलाव व विकास की तुलना की जा सके।
सिसोदिया ने रविवार को दिल्ली के उन 250 स्कूलों के नामों की सूची जारी की थी जिनके बारे में उन्होंने कहा है कि इनका कायाकल्प आम आदमी पार्टी (आप) नीत सरकार में पांच साल में हुआ है। उन्होंने पंजाब सरकार से भी ऐसी ही सूची जारी करने को कहा था।