रादौर के यमुना नदी से सटे गुमथला व जठलाना क्षेत्र में इन दिनों नियमों को ताक पर रख माइनिंग की जा रही है। नियमों के विपरीत हो रही माइनिंग को रोकने के लिए लगातार आवाज उठ रही है। लेकिन प्रशासन फिर भी मौन है। गुमथला और जठलाना में रात के अंधेरे में जोर जोर से माइनिंग हो रही है। जो नियमों और कायदों के बिल्कुल विपरीत है।
हरियाणा एंटी करप्शन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष वरयाम सिंह क्या कहना है कि नियमों के मुताबिक रात को अवैध माइनिंग नहीं हो सकती लेकिन जठलाना और गुमथला इलाके में खनन एजेंसी नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से माइनिंग का काम कर रही है। वरयाम सिंह का आरोप है कि अवैध माइनिंग के जरिए यमुना की प्राकृतिक धारा प्रभावित हो रही है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में उन्होंने हरियाणा सरकार से नियमों के विपरीत हो रहे खनन को लेकर खनन एजेंसियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
माइनिंग अधिकारी ओम दत्त शर्मा का कहना है कि गुमथला और जठलाना में किसी भी तरह की अवैध माइनिंग नहीं हो रही है। इसके लिए बाकायदा वह कई बार मौके का मुआयना भी करके आए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्टीकरण दिया कि यमुनानगर खनन विभाग के पास कर्मचारियों का टोटा है। इसके लिए उन्होंने 18 अक्टूबर को हरियाणा राज्य पर्वतन को एक चिट्ठी भी लिखी है और चिट्ठी में लिखा गया है कि यमुनानगर में कई जगह पर माइनिंग होती है। उन्होंने अवैध माइनिंग को रोकने के लिए कई विभागों की मदद भी मांगी है।