अमृतसर में कट्‌टरपंथी अमृतपाल समर्थकों का थाने पर हमला : ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों लोगों

Parmod Kumar

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पंजाब में गुरुवार को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इनके हमले के बाद दबाव में आई पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान कर दिया।

पुलिस से भिड़ते अमृतपाल के समर्थक।

बैरीकेड तोड़कर थाने में घुसे, छह पुलिस कर्मी घायल
पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड लगाए थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए। झूमा-झटकी में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने कहा- पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हुए। हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। उसने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा कर दिया जाए।

पुलिस कमिश्नर बोले- जांच के लिए SIT गठित होगी
अमृतपाल की चेतावनी के बाद अमृतसर के पुलिस कमिश्नर जसकरण सिंह का बयान आया। उन्होंने कहा- तूफान को छोड़ा जा रहा है। उसके समर्थकों ने उसकी बेगुनाही के पर्याप्त सबूत दिए हैं। मामले की जांच के लिए एसपी तेजबीर सिंह हुंदल की अगवाई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बना दी गई है।  अमृतसर रूरल के एसएसपी सतिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह के साथ सहमति बन गई है। अमृतपाल व समर्थकों की तरफ से जो एविडेंस दिए गए हैं, उससे स्पष्ट होता है कि तूफान घटनास्थल पर था ही नहीं। उसे शुक्रवार को कोर्ट में एप्लीकेशन देकर रिहा कर दिया जाएगा।अमृतपाल सिंह ने कहा है कि जब तक पुलिस लिखित बयान नहीं देती, वे पीछे नहीं हटेंगे। लिखित देने के बाद थाना खाली किया जाएगा। लेकिन अजनाला में वे केस रद्द होने तक डटे रहेंगे।

बैरिकेडिंग से रोके जाने के बाद पुलिस पर हमला करते अमृतपाल समर्थक।

हंगामे के बाद थाने पहुंचा था अमृतपाल
अमृतपाल ने ही समर्थकों से गुरुवार सुबह 11 बजे अजनाला पहुंचने के लिए कहा था। इसके बाद यहां भीड़ इकट्‌ठा हो गई। माहौल की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस भी एक्टिव हो गई और अमृतपाल के पहुंचने से पहले ही उसके समर्थकों को उठाना शुरू कर दिया। इससे माहौल गर्मा गया। हंगामे की सूचना के बाद अमृतपाल भी अजनाला थाने पहुंच गया। यहां उसकी एसएसपी सतिंदर सिंह के साथ मीटिंग हुई।

अमृतपाल की पुलिस को चेतावनी, साथी को लेकर जाएंगे
वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने कहा- राजनीतिक कारणों से FIR दर्ज की गई है। यदि वे एक घंटे में मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। अमृतपाल ने संबोधन करके संगत को शांत रहने के लिए कहा है। उसका कहना है कि अब यहीं अमृत संचार होगा और वहीर भी। बाहर से संगत और आ रही है। वहीं पंजाब सरकार को भी चेतावनी दे दी है कि अपने साथी तूफान को साथ लेकर ही जाएंगे। अमृतपाल ने कहा कि पहले उनके एक साथी को फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। अब उन पर एक व्यक्ति को मारने-पीटने के आरोप में मामला दर्ज किया गया और तूफान को गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसे भी किसी के कहने पर मामला दर्ज हो जाता है।

अगर मरने की बारी आई तो आगे आऊंगा
अमृतपाल ने कहा कि आज के बाद कई लोग उनके बारे में बोलेंगे। कहेंगे कि यह पंजाब के बच्चों का मरवाने आया है। आप विदेश भाग जाएगा। लेकिन वह स्पष्ट करना चाहता है कि आज भी जब पुलिस के साथ टकराव हुआ तो गाड़ी से उतर कर आगे खड़ा हुआ था। अगर मरने की बारी आई तो आगे आऊंगा। सिर देने से नहीं डरता।

अमृतपाल की धमकी- पुलिस को दिखाने आए हैं कि हम क्या कर सकते हैं
अमृतपाल ने अपने बयान में पुलिस को धमकाते हुए कहा कि एक व्यक्ति के बयानों पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। मैं अभी कहता हूं कि मुख्यमंत्री ने मुझ पर हमला किया। मुख्यमंत्री पर केस दर्ज करके दिखाएं। पुलिस बार-बार टटोलती है कि हम क्या कर सकते हैं। यही दिखाने आए हैं कि हम कर क्या सकते हैं। अमृतपाल ने कहा- अमित शाह ने कहा था कि खालिस्तान आंदोलन को नहीं बढ़ने देंगे। मैंने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था और अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको परिणाम भुगतने होंगे। अगर गृह मंत्री हिंदू राष्ट्र की मांग करने वालों से यही कहते हैं, तो मैं देखूंगा कि क्या वह गृह मंत्री बने रहते हैं।

30 लोगों के खिलाफ दर्ज है केस
अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने में अमृतपाल, उसके साथी तूफान सिंह समेत कुल 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है। इन्होंने अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले एक युवक को किडनैप करने के बाद उसे बुरी तरह पीटा था। इसी केस में पुलिस ने तूफान सिंह को गिरफ्तार किया था। इससे अमृतपाल भड़क गया और उसने गुरुवार को अजनाला थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने की घोषणा की थी। अमृतपाल ने गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भी तीखे तेवर दिखाते हुए उनका हश्र इंदिरा गांधी की तरह करने वाली बात कही थी, लेकिन बुधवार को उसने इस पर यू-टर्न ले लिया और कहा कि अमित शाह उसे मरवाना चाहते हैं। उसने यह भी घोषणा की थी कि आज वह अजनाला में अपने समर्थकों के साथ धरना देने पहुंचेगा।

समर्थक को वॉर्निंग के बाद छोड़ा
पुलिस ने भीड़ पर कार्रवाई करते हुए इस दौरान एक युवक को पकड़ लिया। पुलिस उसे घसीट कर गाड़ी में बैठाने वाली थी, तभी एसएसपी सतिंदर सिंह वहां पहुंच गए। उन्होंने युवक को वॉर्निंग देकर छोड़ दिया। युवक ने बताया कि वह अमृतपाल सिंह के आह्वान पर यहां पहुंचा था। उसकी तरफ से कोई हरकत भी नहीं की गई, जिसके बाद भी पुलिस ने उसे पकड़ कर गिरफ्तार करने की कोशिश की।

15 फरवरी को हुई थी युवक के साथ मारपीट
15 फरवरी की रात अजनाला में पहुंचे चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। जंडियाला गुरु के पास मोटर पर (जहां अमृतपाल भी मौजूद था) बरिंदर सिंह के साथ मारपीट की गई थी। जिसकी शिकायत पर अमृतपाल व उसके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।अमृतपाल ने कहा – मैंने गृह मंत्री को किसी तरह की धमकी नहीं दी। अमित शाह ने मुझे धमकी दी है। एजेंसियां मेरा कत्ल करवाना चाहती हैं। इससे पहले अमृतपाल ने मोगा जिले के बुध सिंह वाला गांव में कहा था कि- इंदिरा ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी कर के देख लें।

इससे पहले अमृतपाल ने मोगा जिले के बुध सिंह वाला गांव में कहा था कि- इंदिरा ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी कर के देख लें। अमृतपाल के इस बयान पर लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्‌टू ने कहा कि पंजाब को देश से अलग करने की लड़ाई में सिर देने की बात करने वाला आज एक थप्पड़ के पर्चे से डरकर सुबह से फेसबुक पर सफाई दे रहा है। प्रशासन को गुजारिश है कि बच्चा काफी डर गया है, गलती मान रहा है, उसे माफ कर दें।