कालांवाली में 25 करोड़ रुपये से बन रहे रेलवे ओवरब्रिज का 31 मार्च तक कार्य होगा पूरा

Parmod Kumar

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कालांवाली। सीएम घोषणा के तहत शहर के कालांवाली-रोड़ी रोड फाटक पर लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने ओवरब्रिज का कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूरा कर लिया है। अब रेलवे हिस्से का लगभग 40 मीटर का कार्य होना बाकी है।

बीएंडआर विभाग के एक्सईएन कमलदीप का कहना है कि रेलवे हिस्से का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद ओवरब्रिज निर्माण इसी साल 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। ओवरब्रिज शुरू होने के बाद उपमंडल के शहर कालांवाली व करीब 66 गांवों के लोगों के अलावा पंजाब के लोगों को डबवाली से सरदूलगढ़ पंजाब की तरफ आवागमन करने वाले लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। साथ में रेलवे फाटक पर लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिलेगा।अगस्त 2016 में प्रदेश सीएम ने की थी घोषणा

सीएम मनोहर लाल ने अगस्त 2016 में शहर की अतिरिक्त अनाज मंडी में आयोजित विकास रैली के दौरान कालांवाली में रेलवे ओवरब्रिज बनाने की घोषणा की थी। बीकानेर रेलवे मंडल से मंजूरी मिलने के बाद शहर के रोड़ी रोड फाटक पर बीएंडआर और रेलवे विभाग ने मिलकर 29 जुलाई 2018 को निर्माण कार्य शुरू किया। रेलवे ओवरब्रिज का कार्य लगभग 20 दिसंबर 2020 तक काम पूरा किया जाना था। 23 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगने के कारण कई माह कार्य रोकना पड़ा। कोरोना संक्रमण के बाद बीएंडआर ने दोबारा से कार्य शुरू करने रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया।

600 मीटर लंबा व 10 मीटर चौड़ा होगा रेलवे ओवरब्रिज
बीएंडआर विभाग के एक्सईएन कमलदीप ने बताया कि रेलवे ओवरब्रिज के साथ छोटे वाहनों के लिए अंडरपास भी बनाया गया है। रेलवे ओवरब्रिज की लंबाई करीब 600 मीटर होगी, जोकि रोड़ी की तरफ लगभग 350 मीटर व डबवाली की तरफ 250 मीटर होगा। जबकि पुल की चौड़ाई 10 मीटर होगी। इसके अलावा रेलवे ओवरब्रिज के दोनों तरफ सर्विस रोड बनाई जाएगी। विभाग की ओर से अंडरपास शुरू कर दिया है। साथ में पुल के पिल्लरों, गार्डरों, दीवारों, पुल के लेंटर इत्यादि का कार्य पूरा कर लिया है। रेलवे हिस्से के अलावा सर्विस रोड बनाने, पुल पर सड़क बनाने आदि कार्य बाकी है।रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य में देरी के चलते आमजन में काफी नाराजगी देखने को मिली है। इसके कारण आमजन खासकर बस संचालक व दुकानदार कई बार अपनी नाराजगी व्यक्त करके जल्द निर्माण कार्य पूरा करने की मांग रख चुके हैं, लेकिन विभाग ने निर्माण कार्य में देरी होने के कारण बताए हैं। इसमें कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन, डबवाली की तरफ कार्य में परिवर्तन, रेलवे हिस्से के लिए सलाहकार की ओर से प्रूफ ड्राइंग उपलब्ध करवाने में देरी, रेलवे प्राधिकरण की ओर से संशोधित रेलवे जीएडी के अनुमोदन में विलंब, अनुमोदन के बाद रेलवे फाटक की शिफ्टिंग की अनुमति मिलने व डायवर्जन रोड के निर्माण में मंजूरी में देरी, आरओबी स्टील गार्डर के लिए लांचिंग योजना के अनुमोदन में देरी के कारण, क्वाड लेबल व ओएफसी की शिफ्टिंग के कारण, फंड की कमी के कारण कार्य में देरी हुई है।