कोरोना महामारी से उबरने की कोशिश कर रहे आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ रही है। पेट्रोल और डीजल के बाद रसोई गैस की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। ताजा खबर है कि रेलवे ने गुपचुप तरीके से यात्री किराया भी बढ़ा दिया है। पैसेंजर और कम दूरी की ट्रेनों में यह किराया वृद्धि की गई है। अभी ऐसी 326 ट्रेनों रोज चल रही हैं। रेलवे की दलील है कि कोरोना काल में लोग कम यात्रा करें, इसके लिए यह किराया बढ़ाया गया है। इस तरह इन पैसेंजर ट्रेन का किराया मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के अनारक्षित डिब्बों के किराए के बराबर हो गया है। अभी यह साफ नहीं है कि आने वाले दिनों में यह बढ़ा हुआ किया कम होगा या नहीं। यदि किसी यात्री को 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच यात्रा करना है, तो यदि अब तक उसका किराया 10 रुपए का था तो अब 20 रुपए हो गया है। हालांकि इससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले पर बोझ कम पड़ेगा। उदाहरण के लिए यदि किसी को 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच यात्रा करना है तो यहां महज 10% ही किराया बढ़ेगा। बता दें, कोरोना काल में रेलवे ने अधिकांश ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया है। वहीं कुछ पैसेंजर ट्रेनों का संचालन भी किया जा रहा है। रेलवे के राष्ट्रीय प्रवक्ता डीजे नारायण के मुताबिक, यात्री किराए को लेकर समय-समय पर समीक्षा की जाती है और तत्कालीन स्थिति के अनुसार फैसला लिया जाता है। रेलवे का कहना है कि कोरोना काल में उसे बहुत घाटा हुआ है। वहीं अभी भी जो स्टेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, उनमें से अधिकांश खाली चल रही हैं।