बिजनेसमैन राज कुंद्रा को अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था. इस केस में राज कुंद्रा इस समय न्यायिक हिरासत में है. अब राज कुंद्रा को बड़ी राहत मिली है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने राज को 25 अगस्त तक इस केस में गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान कर दी है. हालांकि वह जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे.
आपको बता दें राज कुंद्रा को ये अंतरिम सुरक्षा नवंबर 2020 के एक केस में मिली है. इस केस में मुंबई सेशन कोर्ट ने अंतरिम जमानत रद्द कर दी थी जिसके बाद उन्होंने गिरफ्तारी से राहत पाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
राज कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल ने कोर्ट में कहा है कि इस केस में राज के साथ जिस व्यक्ति को आरोपी कहा गया था वह पहले से ही जमानत पर बाहर है. उन्होंने आगे कहा कि राज के खिलाफ लगे आरोपों की सजा 7 साल से कम है जिसकी वजह से उन्हें जमानत दी जानी चाहिए.
25 अगस्त तक लगी गिरफ्तारी पर रोक
राज कुंद्रा केस में जस्टिस संदीप शिंदे ने 25 अगस्त तक राज कुंद्रा को इस केस में अंतरिम जमानत दी है.क्योंकि इस केस में अगली सुनवाई 25 अगस्त को होने वाली है.
राज ने कहा था कि उन्होंने इस कंपनी में इन्वेस्ट किया था लेकिन पोर्नोग्राफी साइट्स पर एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्होंने दिसंबर में इस कंपनी को छोड़ दिया था.
राज के वकील प्रशांत ने याचिका में बताया है कि बिजनेसमैन के खिलाफ शुरुआत में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी. उन्हें पूछताछ के लिए समन भी भेजा गया था. उन्होंने पुलिस के पास जाकर अपना बयान भी दर्ज कराया था. लेकिन उन्हें गिरफ्तारी की आशंका थी जिसकी वजह से उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी.
जिस केस में फिलहाल राज कुंद्रा को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई पुलिस की मानें तो वो केस अपने आप में बहुत मजबूत है. राज कुंद्रा के खिलाफ मु्ंबई पुलिस ने ऐसा केस तैयार किया है जिसमें हाई कोर्ट में भी राज कुंद्रा के वकील उन्हें जमानत दिलाने में नाकाम रहे. मुंबई पुलिस ने हाई कोर्ट में ये दलील दी थी कि अगर राज कुंद्रा को जमानत दी जाती है तो वो देश छोड़कर भाग सकते हैं और सबूत नष्ट कर सकते हैं. जिसके बाद हाई कोर्ट ने इस केस में उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया. राज कुंद्रा के खिलाफ जबरन पोर्नोग्राफिक कंटेट बनाने, एक्टर्स को धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. वो पूरे एक सिंडीकेट के साथ मिलकर इस धंधे को अंजाम दे रहे थे.