हरियाणा के गढ़ी सांपला में राकेश टिकैत ने कहा, “हम पश्चिम बंगाल जाएंगे।” उन्होंने ऐलान किया कि ‘हम वहां भी एक पंचायत आयोजित करेंगे।’
- रोहतक की महापंचायत में बोले राकेश टिकैत, पश्चिम बंगाल में जल्द करेंगे बड़ी सभा
- पश्चिम बंगाल में भी किसानों को फसलों के लिए अच्छी कीमतें नहीं मिल रहीं: टिकैत
- बीजेपी के लोग हार जाते हैं तभी हमारा आंदोलन सफल होगा: गुरनाम सिंह चढूनी
- बीजेपी में खलबली, मंगलवार को पार्टी नेताओं से मिले थे जेपी नड्डा और अमित शाह
बीजेपी के लिए चिंता इस वजह से भी बड़ी है क्योंकि किसान संगठन चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल में वह हार जाए। रोहतक में मंगलवार को हरियाणा बीकेयू के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने मीडिया से कहा कि “जहां तक पश्चिम बंगाल का संबंध है, अगर भाजपा के लोग हार जाते हैं, तभी हमारा आंदोलन सफल होगा।” अभी तक सामने आए चुनावी सर्वे में बीजेपी को फायदा होता दिख रहा है। मगर किसान आंदोलन के मजबूती से पश्चिम बंगाल पहुंचने पर उसे कितना नुकसान होगा, इसको लेकर अटकलें ही लग रही है। हम देश भर में पंचायतों का आयोजन करेंगे। हम गुजरात, महाराष्ट्र, अन्य स्थानों पर जाएंगे… हम पश्चिम बंगाल जाएंगे और वहां भी एक बड़ी सभा करेंगे। पश्चिम बंगाल के किसान राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र के साथ कुछ समस्याओं का सामना कर रहा है। हम वहां भी एक पंचायत आयोजित करेंगे।
बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर सकते हैं किसान नेता
रोहतक में हुई किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए चढूनी ने लोगों से अपील की कि वे पंचायत से संसद तक के चुनाव में ऐसी किसी व्यक्ति को वोट नहीं दें जो प्रदर्शनकारी किसानों की मदद नहीं करते हैं और उनके आंदोलन को समर्थन नहीं देते। यह पूछे जाने पर कि क्या यात्रा पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनावों से जुड़ी होगी, टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, “यह मामला नहीं है, हम किसानों के मुद्दों को लेकर वहां जाएंगे।” टिकैत ने कहा कि “पश्चिम बंगाल में भी किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्हें अपनी फसलों के लिए अच्छी कीमतें नहीं मिल रही हैं।’’ टिकैत ने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे 40 नेता पूरे देश का दौरा करेंगे ताकि आंदोलन को समर्थन मिले।